कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि देश में परिणाम के भय के बिना किसी को न्यायिक व्यवस्था से न्याय नहीं मिल सकता। अप्रैल में संभावित पुडुचेरी विधानसभा के चुनावों के लिये अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, “आज, एक भारतीय इस डर के बिना न्यायिक व्यवस्था से न्याय नहीं पा सकता कि उसके साथ क्या होगा।”
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को जहां अपनी जिंदगी का डर है वहीं संसद में बिना किसी चर्चा के विधेयक पारित किये गए और उनके जैसे निर्वाचित नेताओं को लोकसभा में बोलने की इजाजत नहीं दी क्योंकि , “एक व्यक्ति का मानना है कि वह प्रधानमंत्री नहीं बल्कि देश का राजा है।” गांधी ने नारायणसामी मंत्रालय और निवर्तमान उपराज्यपाल किरण बेदी के बीच कई मुद्दों को लेकर टकराव के संदर्भ में आरोप लगाया कि मोदी ने केंद्र शासित प्रदेश में पिछले करीब पांच सालों से कांग्रेस की सरकार को काम नहीं करने दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने उपराज्यपाल की संस्था को बर्बाद किया और जनमत को महत्व नहीं दिया।
उन्होंने आरोप लगाया, “उपराज्यपाल के कार्यालय के जरिये, उन्होंने बार-बार आपको यह संदेश भेजा कि आपका वोट मायने नहीं रखता। प्रधानमंत्री मोदी ने आपके सपने, अकांक्षाएं ले लिये और उपराज्यपाल की संस्था को नष्ट कर उनके खिलाफ काम किया, ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने अन्य सभी संस्थाओं को बर्बाद किया।”