कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ”रेप इन इंडिया” वाली टिप्पणी पर भाजपा की ओर माफी की मांग किए जाने पर पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि उनका नाम ”राहुल सावरकर” नहीं हैं और वह कभी माफी नहीं मांगने वाले हैं। उन्होंने ”भारत बचाओ रैली” में कहा, ”कांग्रेस का कार्यकर्ता किसी से नहीं डरता और देश के लिए जान देने के लिए तैयार रहता है।”
उन्होंने कहा, ”संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं भाषण के लिए माफी मांगू। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। माफी नहीं मांगूंगा। मर जाऊँगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा।” राहुल गांधी ने कहा, “मोदी और अमित शाह को माफी मांगनी है। पूरी दुनिया हमारी तरफ देख रही थी। हमारी शक्ति अर्थव्यवस्था थी। लोग दुनिया का भविष्य चीन और भारत को बोलते थे।”
राहुल का इशारा हिंदूवादी नेता दिवंगत विनायक दामोदर सावरकर द्वारा 14 नवंबर, 1913 को ब्रिटिश सरकार को लिखे गए माफी के पत्र की तरफ था, जिसे उन्होंने अंडमान के सेलुलर जेल में बंद रहने के दौरान लिखा था। राहुल ने आगे कहा कि माफी भाजपा के लोग मांगेंगे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मांगेंगे और उनके असिस्टैंट गृहमंत्री अमित शाह मांगेंगे इस देश से, जिन्होंने देश को इस हालत में पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नेता, कार्यकर्ता माफी नहीं मांगेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था खुद नष्ट कर दी। कांग्रेस नेता ने कहा, ” हिंदुस्तान के सभी दुश्मन चाहते थे कि भारत की अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाए। यह काम हमारे प्रधानमंत्री ने कर दिया।”
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उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबन्दी करके लाखों करोड़ रुपये कुछ उद्योगपतियों को दे दिए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस रैली में कहा, ”तकरीबन छह साल पहले जनता को बड़े बड़े सब्जबाग दिखाए गए थे। किसानों की आमदनी दुगुनी करने और नौजवानों को हर साल दो करोड़ रोजगार मुहैया कराने का वादा किया था। अब तो साबित हो गया कि ये वादे झूठे थे।” उन्होंने कहा कि हमारा फर्ज है कि हम कांग्रेस को मजबूत करें ताकि हम देश को सही दिशा की तरफ ले जा सके।