जीएसटी काउंसिल (GST Council Meeting) की 47वीं बैठक के पहले दिन कई चीज़ों को GST के दायरे में लाने के लिए राज्यों के साथ सहमति बन गयी है। इस फैसले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का ‘गब्बर सिंह टैक्स’ अब ‘गृहस्थी सर्वनाश टैक्स’ का विकराल रूप ले चुका है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘घटती आमदनी और रोज़गार, ऊपर से महंगाई का बढ़ रहा प्रहार। प्रधानमंत्री जी का ‘गब्बर सिंह टैक्स’ अब ‘गृहस्थी सर्वनाश टैक्स’ का विकराल रूप ले चुका है।’’
घटती आमदनी और रोज़गार,
ऊपर से महंगाई का बढ़ रहा प्रहारप्रधानमंत्री जी का ‘गब्बर सिंह टैक्स’ अब ‘गृहस्थी सर्वनाश टैक्स’ का विकराल रूप ले चुका है। pic.twitter.com/9WNqox5fK2
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 29, 2022
दरअसल, चंडीगढ़ में जीएसटी काउंसिल की बैठक के पहले माल एवं सेवा कर (GST) से जुड़े मुद्दों पर निर्णय लेने वाली शीर्ष निकाय जीएसटी काउंसिल ने दरों को युक्तिसंगत बनाने के मकसद से छूट वापस लेने को लेकर राज्यों के वित्त मंत्रियो के समूह की ज्यादातर सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है।
इस फैसले के बाद अब दही, पनीर, शहद, मांस और मछली जैसे डिब्बा बंद और लेबल-युक्त खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगेगा। साथ ही चेक जारी करने के एवज में बैंकों की तरफ से लिये जाने पर शुल्क पर भी जीएसटी देना पड़ेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली काउंसिल में राज्यों के वित्त मंत्री शामिल हैं।