अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि जिस खतरे से मैं कई महीनों से आगाह कर रहा था, उसे अब आरबीआई ने भी मान लिया है। बुधवार को अपने ट्वीट में उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए गरीब को पैसा देने और उद्योगपतियों का टैक्स माफ न करने को कहा।
राहुल ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर भी शेयर की, जिसमें आरबीआई की एक रिपोर्ट के बार में लिखा गया है। राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा, जिस खतरे से मैं कई महीनों से आगाह कर रहा था, उसे अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी मान लिया है। सरकार को अब ज्यादा खर्च करने की जरूरत है, कर्ज देने की जरूरत नहीं है। गरीब को पैसा दीजिए, उद्योगपतियों का टैक्स मत माफ कीजिए। खपत से अर्थव्यवस्था को फिर से चालू कराइए।”
RBI has now confirmed what I have been warning for months.
Govt needs to:
Spend more, not lend more.
Give money to the poor, not tax cuts to industrialists.
Restart economy by consumption.Distractions through media won’t help the poor or make the economic disaster disappear. pic.twitter.com/OTDHPNvnbx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2020
केंद्र सरकार पर वार करते हुए राहुल ने कहा कि मीडिया के जरिए भटकाने से गरीबों की मदद नहीं होगी और न ही आर्थिक आपदा गायब होगी। आरबीआई ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि अर्थव्यवस्था में मांग को पटरी पर आने में लंबा समय लगेगा और इसका कोविड-19 के पहले के स्तर पर पहुंचना सरकारी खपत पर निर्भर करेगा। उसके मुताबिक, भारत को सतत वृद्धि की राह पर लौटने के लिए तेजी से और व्यापक सुधारों की जरूरत है।
आरबीआई ने कहा, ‘‘साल के दौरान अबतक सकल मांग के आकलन से पता चलता है कि खपत पर असर काफी गंभीर है और इसके पटरी पर तथा कोविड-19 के पूर्व स्तर पर आने में लंबा समय लगेगा।’’ गौरतलब है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए मार्च महीने में लगाए गए लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। हालांकि सरकार की ओर से अर्थव्यवस्था को एक बार फिर पटरी पर लाने के लिए एक बड़े बजट का ऐलान किया है। राहुल गांधी लगातार अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं।