राहुल गांधी की नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा आज जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पूरी हो चुकी है। लाल चौक के पार्टी कार्यालय पर राहुल गांधी ने तिरंगा फहराया और इसके बाद जनता को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान आज फिर से इस बात का जिक्र किया कि आखिर क्यों उन्होंने कड़ाके की ठंड में भी एक टी-शर्ट में यात्रा पूरी की है। हालांकि, इस बार राहुल गांधी ने जो किस्सा सुनाया वो पिछली बार से काफी अलग था। इसको लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है।
स्वेटर न पहनने की वजह
राहुल गांधी ने अपने भाषण में अपने स्वेटर न पहनने की वजह बताई। उन्होंने कहा, “उनके यात्रा के दौरान उनके पास चार बच्चे आए थे। वे चारों मजदूर लग रहे थे क्योंकि उनके शरीर पर काफी मिट्टी थी। मैंने नीचे झुककर चारों बच्चों को गले लगाया। उस दौरान सर्दी की शुरुआत हुई थी, लेकिन उन चारों बच्चों ने कपड़े भी नहीं पहने थे, वे ठंड से कांप रहे थे। उन बच्चों को देख कर लग रहा था कि उन लोगों ने खाना भी नहीं खाया है। उन्हें देखकर मुझे एहसास हुआ कि अगर यह बच्चे स्वेटर या जैकेट नहीं पहन रहे हैं तो मुझे भी नहीं पहनना चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा, “मैं ये बताने से इसलिए झिझक रहा था क्योंकि उस दौरान मेरे साथ एक व्यक्ति थे जिन्होंने मुझसे कहा था कि ये बच्चे गंदे हैं आपको इनके पास नहीं जाना चाहिए। तब मैंने उनसे कहा कि मैं ये सब नहीं मानता, वो आपसे और मुझसे दोनों से ही साफ हैं।”
जो भी कोई ठंड से डरता है वो स्वेटर पहनता
जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली पहुंची थी तो एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे पूछा गया था कि वे इतनी ठंड में भी स्वेटर या जैकेट क्यों नहीं पहनते हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि मैं ठंड से नहीं डरता हूं। जो भी कोई ठंड से डरता है वो स्वेटर पहनता है। कड़ाके की ठंड में भी टी-शर्ट पहनकर यात्रा करने पर काफी चर्चा हो रही थी। हर कोई इसी बारे में बात कर रहा था यहां तक कि इनकी मां और पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी भी उनसे ठंड नहीं लगने को लेकर बात करती रहती थीं।