कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महंगाई को लेकर शुक्रवार को सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि महंगाई भत्ता रुकने से सरकारी कर्मचारियों की हालत पस्त है, लेकिन सरकार के ‘पूंजीपति मित्र’ मुनाफा कमाने में मस्त हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘खाद्य पदार्थ की महंगाई दर 11.1 फीसदी के पार ! लेकिन मोदी सरकार सेंट्रल पीएसयू कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने की बजाय रोक रही है।’’
खाद्य पदार्थ का महंगाई दर 11.1% पार!
लेकिन मोदी सरकार सेंट्रल PSU कर्मचारियों का DA बढ़ाने की बजाय फ्रीज कर रही है।
सरकारी कर्मचारियों की हालत पस्त,
पूँजीपति ‘मित्र’ मुनाफ़ा कमाने में मस्त!— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 20, 2020
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘ सरकारी कर्मचारियों की हालत पस्त, पूंजीपति मित्र मुनाफ़ा कमाने में मस्त !’’ राहुल गांधी ने मनरेगा के तहत काम करने वालों को पैसे मिलने में हो रही दिक्कत से जुड़ी एक खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में गरीबों के अधिकार कुचले जा रहे हैं।
पहले किया तुग़लकी लॉकडाउन, करोड़ों मज़दूरों को सड़क पर ले आए।
फिर उनके एकमात्र सहारे मनरेगा की कमाई को बैंक से निकालना दूभर किया।
सिर्फ़ बातों की है मोदी सरकार,
कुचल रही ग़रीबों के अधिकार। pic.twitter.com/k24zxYQDyp— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 20, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘ पहले किया तुग़लकी लॉकडाउन, करोड़ों मज़दूरों को सड़क पर ले आए। फिर उनके एकमात्र सहारे मनरेगा की कमाई को बैंक से निकालना दूभर किया। सिर्फ़ बातों की है मोदी सरकार, कुचल रही ग़रीबों के अधिकार।’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी महंगाई के मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ महंगाई ने जनता के बजट में आग लगा दी है, और मोदी सरकार कीमत 100 फीसदी बढ़ने का इंतज़ार कर रही है, क्योंकि नए क़ानून में यह भाजपा ने लिखा है। अबकी बार, कालाबाज़ारी कराने वाली सरकार!’’