कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर स्विस बैंक वाले बयान पर तंज कसा। राहुल गांधी ने टवीट करके कहा कि खाते में 15 लाख की तरह कालाधन भी जुमले थे, केंद्र सरकार को कुछ नहीं पता जनता को सब पता है। दरअसल सरकार ने सोमवार को कहा कि पिछले 10 वर्ष से स्विस बैंक में छिपाए गए काले धन का कोई आधिकारिक अनुमान नहीं है।
लोकसभा में विन्सेंट एच पाला के प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह बात कही थी। उन्होंने यह भी कहा कि हाल के वर्षों में विदेशों में छिपाए गए काले धन को वापस लाने के लिए सरकार ने अनेक प्रयास किए है। इनमें काला धन एवं कर अधिरोपण कानून को प्रभावी करना, विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करना आदि शामिल हैं।हर खाते में ₹15 लाख की तरह नोटबंदी-कालाधन भी जुमले थे।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 27, 2021
केंद्र सरकार को “पता नहीं”
जनता को सब पता है। pic.twitter.com/AT9h7T6htK
पनामा पेपर्स लीक मामलों में 20,078 का घोटाला
उन्होंने कहा कि एचएसबीसी मामलों में लगभग 8,465 करोड़ रूपए की अघोषित संपत्ति को कर के अधीन लाया गया है और 1,294 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाया गया है। आईसीआईजे (खोजी पत्रकारों का अंतरराष्ट्रीय संघ) मामलों में लगभग 11,010 करोड़ रूपए की अघोषित आय का पता चला है। चौधरी ने कहा कि पनामा पेपर्स लीक मामलों में 20,078 करोड़ रूपए (लगभग) के अघोषित जमा धन का पता चला है। वहीं पैराडाइज पेपर्स लीक मामलों में लगभग 246 करोड़ रूपए के अघोषित जमाधन का पता चला है।
वहीं स्विस अधिकारियों ने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि स्विट्जरलैंड में भारतीय निवासियों की संपत्ति को ‘काला धन’ नहीं माना जा सकता है और वे कर धोखाधड़ी और चोरी के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रूप से भारत का समर्थन करते हैं।