कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि लोकसभा में उन्हें पूरक प्रश्न पूछने नहीं दिया गया और बतौर सांसद उनके अधिकार की रक्षा नहीं की गई। दरअसल, राहुल गांधी ने सदन में विलफुल डिफॉल्टर (जानबूझकर कर्ज न चुकाने वाला) को लेकर केंद्र सरकार से सवाल किया।
उन्होंने अपने सवाल में पूछा कि आखिर सरकार देश के 50 सबसे बड़े विलफुल डिफाल्टर्स के नाम बताने से क्यों डर रही है? राहुल ने संसद परिसर में कहा, ‘‘यह सांसद का अधिकार है कि वह पूरक पूश्न पूछे। मैंने सवाल किया कि 50 विलफुल डिफाल्टर्स का नाम बताइए जिसका मंत्री ने जवाब नहीं दिया। मैं पूरक प्रश्न पूछना चाहता था।’’
राहुल गांधी ने केंद्र से पूछे 50 बैंक डिफॉल्टर्स के नाम, अनुराग ठाकुर ने दिया ये जवाब
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘यह लोकसभा अध्यक्ष का कर्तव्य था कि वह मेरे अधिकार की रक्षा करें और पूरक प्रश्न पूछने की इजाजत देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। सवाल पूछने के मेरे अधिकार को छीनना पूरी तरह अनुचित है।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘सरकार विलफुल डिफाल्टर्स के नाम लेने से क्यों डर रही है? 50 लोगों ने भारतीय पैसे की चोरी की है। हम जानते हैं कि अर्थव्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। फिर इन लोगों के नाम क्यों नहीं बता रहे हैं?’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ मैं लगातार आगाह करता आ रहा हूं कि कोरोना वायरस की स्थिति में अर्थव्यवस्था और बैंको की हालत बहुत खराब हो सकती है। दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इस तरह के कदमों से कोई मदद नहीं मिलेगी।’’ राहुल गांधी के सवाल पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि वेबसाइट पर डिफॉल्टर्स के नाम दिए गए हैं।