देश की अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार को घेरे में लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को रेटिंग एजेंसियों के आकर्षण से बाहर आकर अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना चाहिए। दरअसल, कोरोना वायरस फैलने के बाद अर्थव्यवस्था की स्थिति में और गिरावट दर्ज की गई है।
लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री इस बारे में ज्यादा चिंतित हैं कि मूडी या ट्रंप क्या कहेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि वे क्या कहेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री को बाहर आकर इसके लिए कुछ करना चाहिए। जबकि वे अपने सिर को रेत में डालकर बैठे हैं और समस्या को स्वीकार करने के लिए तैयार ही नहीं हैं।”
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वहीं राहुल गांधी ने सोमवार को सरकार पर सवाल उठाते हुए 50 विलफुल डिफाल्टर्स के नाम देने के लिए कहा था। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ने उनके सवाल का जबाव नहीं दिया। उन्होंने कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था एक बहुत मुश्किल दौर से गुजर रही है। हमारी बैंकिंग प्रणाली व्यावहारिक तौर पर काम नहीं कर रही है।
बैंक विफल हो रहे हैं। बैंकों की इस स्थिति के पीछे बड़ा कारण बेरोजगारी और खोखलापन है। बड़ी संख्या में लोग बैंकों से पैसा चुरा रहे हैं।” राहुल और लोकसभा के बीच इस संक्षिप्त चर्चा के दौरान सदन स्पीकर द्वारा उन्हें मुद्दे पर आने और “अधिवक्ता” की तरह न बोलने के लिए निर्देशित किया गया।