कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लखीमपुर-खीरी हिंसा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट को लेकर बुधवार को लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस दिया।नोटिस में राहुल गांधी ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने की मांग की और कहा कि एसआईटी रिपोर्ट को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
राहुल के नोटिस पर बोले प्रल्हाद जोशी
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लोकसभा में राहुल गांधी द्वारा दिए गए स्थगन प्रस्ताव के नोटिस पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि कम से कम उन्होंने ( राहुल गांधी) नोटिस देना तो शुरू कर दिया है, यह अच्छी बात है।
सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में यह मामला चल रहा है
संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए प्रल्हाद जोशी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में यह मामला चल रहा है। जहां तक इस नोटिस का सवाल है, नियमों के मुताबिक इसे देखा जाएगा।उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले संसद को कुछ नहीं समझने वाले राहुल गांधी अब लिखकर नोटिस दे रहे हैं , यह अच्छी बात है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू समेत उसके 13 साथियों पर लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है। इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया। एसआईटी के मुख्य जांच निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दिये गये आवेदन में आरोपियों के विरुद्ध उपरोक्त आरोपों की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।