कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अविश्वास प्रस्ताव पर कहा कि मोदी सरकार जुमलों की सरकार है। आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधि ने अपना जो दुःख जताया वो पुरे देश का दुःख है। राहुल ने कहा कि जुमलों की सरकार का पहला उदहारण हरेक के खाते में 15 लाख डालना था। लेकिन हुआ क्या।
दूसरा जुमा था हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार लेकिन पिछले चार साल में सिर्फ 4 लाख लोगों को रोजगार मिला। यह मेरे नहीं लेबर ब्यूरो के आंकड़े हैं। जीएसटी में छोटे व्यापारी को बर्बाद किया। आपने बेरोजगारी फैलाई दी इससे .. गरीबों की जेब में हाथ दाल कर उनका पैसा लूट लिया। जिओ के इश्तहार पर पीएम का फोटो आ चूका जो शक्तियां इनकी मदद करती हैं। 10-20 बड़े बिजनसमैन हैं जिनकी यह मदद करते हैं। गरीबों के लिए आपके दिल में जगह नहीं है।
पीएम ने कहा था मैं देश का चौकीदार, मैं पीएम नहीं चौकीदार। लेकिन जब अमित शाह के पुत्र जयंत शाह पर आरोप लगा तो पीएम के मित्र 16000 बार एक महीने में अपनी आमदनी बढ़ाते हैं तो पीएम चुप रहते हैं। स्पीकर ने राहुल के नाम कार्यवाही से हटाने को कहा।
राहुल के भाषण के दौरान कई बार भूकंप आया, भूकंप आया सुनाई दिया. राहुल ने सीधा सीधा पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम यहाँ बैठे मुस्कुरा रहे है। मगर वे नर्वस है और मुझसे आँख नहीं मिला रहे है।
राहुल के पूरे भाषण के दौरान सदन में हंगामा नहीं थमा। राहुल ने मोदी पर बड़े लोगों का सपोर्ट करने और गरीबों से झूठे वादे और जुमले देने का आरोप लगाया। राहुल ने साफ साफ कहा कि में सीधे आरोप पीएम मोदी पर लगा रहा हूँ और वे मुझसे आँख नहीं मिला रहे है।
जानिए क्या है लोकसभा का गणित ?
अंकगणित के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास कुल 273 सांसद हैं। वहीं अगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी सहयोगियों को मिला दिया जाए तो आंकड़ा 310 के पार चला जाता है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के पास मात्र 63 सांसद हैं। जबकि अन्य दलों के कुल 157 सासंद है। आंकड़ो के मुताबिक अगर सभी विपक्षी दलों को मिला भी दिया जाए तो भी सरकार के लिए कोई खतरा नजर नहीं आता।
हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि वोटिंग के दौरान एआईएडीएमके के 37 और टीआरएस के 11 सांसद सदन में अनुपस्थित रहेंगे। ऐसे में बीजेपी के लिए कहीं से कोई खतरा नज़र नहीं आता।