कृषि विधेयकों के मुद्दे पर मुखर होते हुए कांग्रेस ने सोमवार को राष्ट्रव्यापी जनआंदोलन की घोषणा की, जिसमें विरोध मार्च, धरना-प्रदर्शन के साथ ही इन विधेयकों के खिलाफ किसानों और गरीब लोगों के दो करोड़ हस्ताक्षर जुटाना शामिल है। इस बीच मंगलवार को कृषि बिल और एमएसपी को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी जी की नीयत ‘साफ़’ कृषि-विरोधी नया प्रयास।
2014- मोदी जी का चुनावी वादा किसानों को स्वामीनाथन कमिशन वाला MSP
2015- मोदी सरकार ने कोर्ट में कहा कि उनसे ये न हो पाएगा
2020- काले किसान क़ानून
मोदी जी की नीयत ‘साफ़’
कृषि-विरोधी नया प्रयास
किसानों को करके जड़ से साफ़
पूँजीपति ‘मित्रों’ का ख़ूब विकास।— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 22, 2020
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि “2014- मोदी जी का चुनावी वादा किसानों को स्वामीनाथन कमिशन वाला MSP, 2015- मोदी सरकार ने कोर्ट में कहा कि उनसे ये न हो पाएगा, 2020- काले किसान कानून। मोदी जी की नीयत ‘साफ’…. कृषि-विरोधी नया प्रयास…. किसानों को करके जड़ से साफ…पूंजीपति ‘मित्रों’ का खूब विकास।”
गौरतलब है कि रविवार को सदन में अमर्यादित आचरण करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और आप के संजय सिंह सहित विपक्ष के आठ सदस्यों को सोमवार को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। वहीं आठों सांसद सोमवार दोपहर से ही संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं और करीब सभी विपक्षी दलों के सदस्यों ने उनके साथ एकजुटता जतायी है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा से निलंबित आठ सांसदों के निलंबन को रद्द करने और हाल ही में पारित कृषि सुधार विधेयक में संशोधन की मांग को लेकर आज सदन से बहिर्गमन किया।