कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी की शिकायत की है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कथित रूप से लोगों को गुमराह करने के लिए विपक्षी शासित राज्यों को दोषी ठहराया है। कोरोना की दूसरी लहर से लगातार बिगड़ते देश के हालात पर अब विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर होने लगी हैं। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र सरकार की वैक्सीन नीति पर सवाल खड़े किए हैं और कहा कि यह सबसे बड़ी समस्या है।
GOI’s vaccine policy is compounding the problem.
Vaccine purchase should be centralised and distribution decentralised.
India cannot afford this.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 14, 2021
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार की वैक्सीन नीति समस्या को और बिगाड़ रही है- जो भारत झेल नहीं सकता। वैक्सीन की खरीद केंद्र को करनी चाहिए और वितरण की जिम्मेदारी राज्यों को दी जानी चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा सुप्रीमो शरद पवारसमेत विपक्ष के 12 दलों के नेताओं ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक संयुक्त पत्र भी लिखा। इस पत्र में पीएम मोदी से कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि केंद्र को सभी वैश्विक और घरेलू स्त्रोतों का इस्तेमाल कर वैक्सीन की खरीद में तेजी लानी चाहिए और वैक्सीन के पेटेंट को रद्द करते हुए इसे निर्माण के लिए लाइसेंस जारी करने चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से कोरोना वैक्सीन का फामूर्ला सभी सक्षम कंपनियों के लिए सार्वजनिक करने की अपील की है। देश में अभी केवल दो कंपनियां कोरोना वैक्सीन बना रही है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से कोरोना वैक्सीन का फामूर्ला सभी सक्षम कंपनियों के लिए सार्वजनिक करने की अपील की है। देश में अभी केवल दो कंपनियां कोरोना वैक्सीन बना रही है। केजरीवाल के मुताबिक वैक्सीन का फार्मूला अन्य कंपनियों को भी देने से अधिक वैक्सीन का उत्पादन होगा और सभी को वैक्सीन लगाई जा सकेगी।