कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों विभिन्न मुद्दों पर लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। इस क्रम में शनिवार को राहुल ने आशा कार्यकर्ताओं की स्थिति को लेकर मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वह अंधी-बहरी है इसलिए आशा बहिनों की बात नहीं सुनती।
आशा कार्यकर्ता देशभर में घर-घर तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुँचती हैं। वो सच मायने में स्वास्थ्य वॉरीयर्स हैं लेकिन आज ख़ुद अपने हक़ के लिए हड़ताल करने पर मजबूर हैं।
सरकार गूँगी तो थी ही, अब शायद अंधी-बहरी भी है।https://t.co/Swddx6lbof
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 8, 2020
राहुल ने ट्वीट किया “आशा कार्यकर्ता देशभर में घर-घर तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंचती हैं। वो सच मायने में स्वास्थ्य वॉरीयर्स हैं लेकिन आज खुद अपने हक के लिए हड़ताल करने पर मजबूर हैं। सरकार गूंगी तो थी ही, अब शायद अंधी-बहरी भी है।”
उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को कोरोना योद्धा बताते हुए कहा कि छह लाख आशा कार्यकर्ता सरकार की अनदेखी के कारण हड़ताल पर जाने को मजबूर है।
बता दें कि राहुल गांधी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जीडीपी विकास दर के नकारात्मक रहने की आशंका जताने को लेकर शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक ने देश के असली मिजाज को जाहिर कर दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आरबीआई ने देश के असली मिजाज को जाहिर कर दिया है।
लोगों का विश्वास अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। भय और असुरक्षा अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर है।’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘ अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर और अधिक बुरी खबरों का अंदेशा है।’’