कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर के पास गाजीपुर में किसानों के आंदोलन स्थल से अवरोधक हटाए जाने को लेकर शुक्रवार को कहा कि अभी तो सिर्फ दिखावटी अवरोधक हटे हैं, जल्द ही तीनों कृषि विरोधी कानून भी हटेंगे।
अभी तो सिर्फ़ दिखावटी बैरिकेड हटे हैं,
जल्द ही तीनों कृषि विरोधी क़ानून भी हटेंगे।अन्नदाता सत्याग्रह ज़िंदाबाद!#FarmersProtest
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 29, 2021
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अभी तो सिर्फ़ दिखावटी अवरोधक हटे हैं, जल्द ही तीनों कृषि विरोधी क़ानून भी हटेंगे। अन्नदाता सत्याग्रह ज़िंदाबाद!’’
26 जनवरी को ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान हुई हिंसा के बाद, पुलिस ने बैरिकेड्स और कांटेदार तार लगा दिए थे
गौरतलब है कि दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा के पास गाजीपुर में किसानों के आंदोलन स्थल से दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को अवरोधक तथा कांटेदार तार हटाना शुरू कर दिया। केन्द्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की 26 जनवरी को दिल्ली में ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान हुई हिंसा के बाद, पुलिस ने वहां लोहे तथा सीमेंट के अवरोधक (बैरिकेड्स) और कांटेदार तार लगा दिए थे।
अस्थायी अवरोधकों को वाहनों की आवाजाही सुलभ बनाने के लिए हटाया जा रहा है
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने शुक्रवार को बताया, ‘‘ राष्ट्रीय राजमार्ग-9 से अवरोधक हटाने का काम शुरू हो गया है। अस्थायी अवरोधकों को वाहनों की आवाजाही सुलभ बनाने के लिए हटाया जा रहा है। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग-24 यातायात के लिए खुला हुआ है।’’
सड़क के खुलने से आने जाने वाले लोगों को मदद मिलेगी
सड़क के खुलने से गाजियाबाद, दिल्ली, नोएडा के हजारों लोगों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के आंतरिक इलाकों से मेरठ और उससे आगे आने जाने वाले लोगों को मदद मिलेगी। पुलिस अधिकारी और मजदूर गाजीपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर लगाई गई लोहे की कीलों को भी हटाते हुए देखे गए, जहां सैकड़ों किसान नवंबर 2020 से सड़क़ों पर डटे हैं। ज्यादातर किसान भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) से संबद्ध हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों के प्रदर्शन की अगुवाई संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) कर रहा है।