देश में कोरोना वायरस को मात देने के लिए टीकाकरण अभियान जारी है। टीकाकरण को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र पर हमलावर हैं। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर कोविड टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि देश को उनसे सच्चाई की उम्मीद है।
देश को उनसे सच्चाई की थी उम्मीद
जो नहीं जानते सच क्या है!#VaccineJumla pic.twitter.com/km9UIWTsxN— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 28, 2021
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि “देश को उनसे सच्चाई की थी उम्मीद जो नहीं जानते सच क्या है!”
उन्होंने इस ट्वीट के साथ एक खबर को भी शेयर किया जिसमें दावा किया गया था कि ‘सरकार ने 26 जून को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दायर एक हलफनामे में पांच कोविड -19 टीकों से उत्पादन की उम्मीदों को 135 करोड़ खुराक में संशोधित किया है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने शनिवार को उच्चतम न्यायालय से कहा कि 31 जुलाई तक कोविड टीके की कुल 51.6 करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी जिनमें से 35.6 करोड़ खुराक पहले ही मुहैया करायी जा चुकी हैं। बच्चों के लिए टीका उपलब्ध कराने की स्थिति को लेकर केंद्र ने एक हलफनामे में कहा कि भारत के दवा नियामक ने 12 मई को भारत बायोटेक को उसके टीके कोवैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल दो से 18 साल के प्रतिभागियों पर करने की अनुमति प्रदान की थी और इस परीक्षण के लिए पंजीकरण शुरू हो चुका है।
अदालत को यह भी बताया गया कि डीएनए टीका विकसित कर रहे जायडस कैडिला ने 12 से 18 वर्ष के आयुसमूह पर क्लीनिकल ट्रायल पूरा कर लिया है और इसे वैधानिक मंजूरी मिलने के बाद यह टीका निकट भविष्य में 12 से 18 साल के बच्चों के लिए उपलब्ध हो सकता है। हलफनामे में सरकार ने यह भी कहा कि देश की पात्र आबादी का टीकाकरण करने के वास्ते टीका उपलब्ध रहेगा।