BREAKING NEWS

दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के दौरान पहलवानों के साथ किए गए व्यवहार को लेकर केटीआर ने केंद्र पर साधा निशाना ◾मणिपुर के 4 दिवसीय दौरे पर जाएंगे गृह मंत्री अमित शाह, हिंसा प्रभावित क्षेत्र का लेंगे जायजा◾गाजियाबाद : शादीशुदा Girlfriend को OYO होटल ले आया था Boyfriend, प्रेमिका की हत्या कर प्रेमी ने लगाया फंदा◾ Madhya Pradesh: उज्जैन के महाकाल लोक मंदिर में तेज हवाओं के कारण 6 मूर्तियां गिरने से हुई क्षतिग्रस्त◾दिल्ली : ED ने आबकारी नीति घोटाले को लेकर किया बड़ा खुलासा, Manish Sisodia ने 43 Sim Cards का किया था इस्तेमाल◾खड़गे ने दिल्ली में बुलाई बैठक, CM गहलोत और सचिन पायलट भी होंगे शामिल, पार्टी के हित में ले सकते है आज बड़ा फैसला◾चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर बोले CM योगी, किसानों व श्रमिकों के लिए समर्पित था उनका पूरा जीवन◾बिना आईडी प्रूफ के 2000 के नोट बदलने के RBI के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका HC ने की खारिज◾Tamil Nadu: IT अधिकारियों को उनकी ड्यूटी करने से रोकने के आरोप में DMK के 2 नेताओं समेत 10 गिरफ्तार◾दिल्लीआबकारी नीति घोटाले में ED ने किया खुलासा, सिसोदिया ने 622.67 करोड़ रुपये किया अर्जित◾योगी सरकार ने लिया UP में Electric Buses के संचालन का निर्णय, 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना◾दिल्ली-NCR में एक बार फिर बिगड़ेगा मौसम का मिजाज, IMD ने दी 2 और तूफान आने की चेतावनी◾Wrestlers Protest: पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी और विनेश के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने किया केस दर्ज, दंगा भड़काने का लगा आरोप ◾पहलवानों पर पुलिस कार्रवाई को लेकर उत्तर प्रदेश विपक्ष ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना◾'सामना' में उद्धव ने संसद भवन उद्घाटन समारोह को लेकर PM मोदी को घेरा, संसद के कामकाज पर उठाए सवाल ◾जयराम रमेश ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर बोला हमला, "कानून व्यवस्था का पूरी तरह से चरमरा जाने" का लगाया आरोप◾जन्मों तक पैसा नहीं होता कम ,सोमवार को जिस घर में यह सब्जी बनाई जाती है ये सब्जी◾उत्तर प्रदेश ने तेज़ की धर्मातरण रैकेट की जांच, आजमगढ़ में पुलिस ने किया 18 लोगों की गिरफ्तार ◾मन की बात : PM मोदी ने लोगो से किया Museums में जाने का आग्रह, गुरुग्राम के Muse Camera के बारे में की बात ◾कर्नाटक कैबिनेट : CM सिद्धारमैया के पास वित्त, शिवकुमार के पास बेंगलुरु का विका, परमेश्वर को मिला गृह मंत्रालय◾

चुनाव के वक्त मंदिरों में ना जाए राहुल... धर्मनिरपेक्ष छवि रखें बरकरार, चिंतन शिविर से होगा कांग्रेस का उद्धार?

कांग्रेस के 'चिंतन शिविर' में 'हिंदुत्व' के मुद्दे पर गहरी चर्चा हुई, जिसमें पार्टी के नेता 2 अलग-अलग धुरियों पर खड़े नजर आए। कांग्रेस के कई सदस्यों खासकर उत्तर प्रदेश के नेताओं ने हिंदुत्व को लेकर नरम रुख अपनाने की वकालत की और कहा कि पार्टी को धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहिये ताकि यह अलग-थलग न दिखे। दूसरी तरफ कई वरिष्ठ नेताओं का कहना था कि कांग्रेस को अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि के साथ ही जुड़ा रहना चाहिये और उसे भारतीय जनता पार्टी की राह पर चलकर उसे पीछे करने की कोशिश नहीं करनी चाहिये। उनकी राय में ऐसा करने से पार्टी को और अधिक नुकसान ही होगा। 

हिंदुत्व को लेकर कांग्रेस में जारी है मंथन का दौर

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी के हिंदुत्व की नरम छवि के साथ चलने की वकालत की। उत्तर प्रदेश के आचार्य प्रमोद कृष्णन भी बघेल और कमलनाथ के समर्थक में रहे और उन्होंने कहा कि पार्टी को हिंदुत्व की नरम छवि अपनाने से घबराना नहीं चाहिये। कांग्रेस के कुछ नेताओं जैसे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और दक्षिण भारत के नेताओं ने इसका पुरजोर विरोध किया। चव्हाण का कहना था कि विचारधारा से संबंधित मुद्दों पर स्पष्टता रहनी चाहिये और कांग्रेस को भाजपा की नकल नहीं करनी चाहिये।

कई वरिष्ठ नेताओं ने किया मूल विचारधारा से जुड़े रहने का समर्थन 

कर्नाटक के बी के हरिप्रसाद ने भी कहा कि कांग्रेस को अपनी मूल विचारधारा से ही जुड़ा रहना चाहिये। बघेल कई त्योहारों और धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर हिंदुओं को रिझाने की कोशिश में लगे हैं, जिसका कांग्रेस के कई नेताओं ने विरोध किया और कहा कि पार्टी को अपनी विचारधारा से भटकना नहीं चाहिये। यह भी तर्क दिया गया कि इससे अल्पकालिक चुनावी लाभ हो सकता है लेकिन कांग्रेस को भाजपा की 'बी' टीम की तरह नहीं दिखना चाहिये। उन्होंने राहुल गांधी का उदाहरण देते हुये कहा कि मंदिर में जाकर उनके प्रार्थना करने से कोई लाभ नहीं मिला और इसी कारण कांग्रेस को धर्मनिरपेक्ष छवि के साथ ही बने रहना चाहिये।

कांग्रेस कैसे करेगी भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे का सामना?

यह बहस दो दिन तक जारी रही कि भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे का सामना कैसे किया जाये और कांग्रेस इसे लेकर क्या रुख अपनाये। कांग्रेस के बुजुर्ग नेता जहां धर्मनिरपेक्ष छवि से जुड़े रहने की वकालत करते रहे, वहीं पार्टी के युवा नेताओं ने हिंदुत्व को लेकर नरम रुख अपनाने की बात की। कांग्रेस चिंतन शिविर में हुई बहसों को लेकर देर शाम अपने निर्णय को जारी कर सकती है। हालांकि, यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस इस तरह के प्रस्ताव पर अपनी हामी नहीं भरेगी। कांग्रेस के एक महासचिव ने गैर आधिकारिक बातचीत के दौरान कहा कि जब अयोध्या के मसले पर क्रेडिट लेने का प्रस्ताव किसी नेता ने रखा तो उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया।