कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है। इस क्रम में सोमवार को उन्होंने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर एक वीडियो जारी की है।
वीडियो को शेयर करते हुए राहुल ने ट्वीट कर कहा कि ”जो आर्थिक त्रासदी देश झेल रहा है उस दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई की आज पुष्टि हो जाएगी, भारतीय अर्थव्यवस्था 40 वर्षों में पहली बार भारी मंदी में है। ‘असत्याग्रही’ इसका दोष ईश्वर को दे रहे हैं। सच जानने के लिए मेरा वीडियो देखें।”
जो आर्थिक त्रासदी देश झेल रहा है उस दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई की आज पुष्टि हो जाएगी: भारतीय अर्थव्यवस्था 40 वर्षों में पहली बार भारी मंदी में है।
‘असत्याग्रही’ इसका दोष ईश्वर को दे रहे हैं।
सच जानने के लिए मेरा वीडियो देखें। pic.twitter.com/sDNV6Fwqut
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2020
वीडियो में कांग्रेस नेता ने कहा कि “बीजेपी सरकार ने असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है और देशवासियों को गुलाम बनाने की कोशिश की जा रही है। 2008 में जबरदस्त आर्थिक तूफान पूरी दुनिया में आया। अमेरीका में, जापान में, यूरोप में, चीन में सब जगह आया। अमेरीका के बैंक गिर गए। राहुल ने कहा कि एक के बाद एक, कंपनियों की लाइन लग गई, कंपनियां बंद हो गईं। यूरोप के बैंक गिरे लेकिन हिंदुस्तान को कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा “उस समय यूपीए की सरकार थी, प्रधानमंत्री जी के पास गया और उनसे कहा मनमोहन सिंह जी बताइये पूरी दुनिया में आर्थिक नुकसान हुआ है, हिंदुस्तान को कोई नुकसान नहीं हुआ, कारण क्या है। मनमोहन सिंह जी ने कहा राहुल अगर हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को समझना चाहते हो तो ये समझना होगा कि हिंदुस्तान में दो अर्थव्यवस्था हैं। पहली असंगठित और दूसरी संगठित अर्थव्यवस्था।”
राहुल ने कहा कि ”पिछले छह सालों से भाजपा सरकार ने असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है। मैं आपको इसके तीन बड़े उदाहरण अभी दे देता हूं- नोटबंदी, गलत जीएसटी और लॉकडाउन। इन तीनों का लक्ष्य हमारे असंगठित क्षेत्र को खत्म करने का है। हमारे 40 करोड़ मजदूर घोर गरीबी के संकट में फंस सकते हैं। पिछले चार महीनों में करीब दो करोड़ लोगों ने नौकरियां गंवाई हैं।”
उन्होंने कहा कि “ये मत सोचिए कि गलती से आखिरी में लॉकडाउन किया गया है, इनका लक्ष्य असंगठित क्षेत्र को खत्म करने का है प्रधानमंत्री जी को अगर सरकार चलानी है, तो मीडिया की जरूरत है और मार्केटिंग की जरूरत है लेकिन नीतियों के कारण रोजगार पैदा नहीं हो रहे हैं, जिस दिन असंगठित क्षेत्र खत्म हुआ तो रोजगार नहीं आ पाएंगे।”