जम्मू & कश्मीर में बारामुला जिले के उरी में एक शीर्ष आतंकवादी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद सुरक्षा कारणों स्थगित की गयीं रेल सेवाएं आज सुबह फिर से बहाल कर दी गयीं।
घाटी में व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों की ओर से आहूत तथा अलगाववादियों द्वारा समर्थित हड़ताल के कारण सुरक्षा के मद्देनजर 25 सितंबर को रेल सेवा स्थगित कर दी गई थी जो 26 सितंबर को फिर से बहाल कर दी गयी थीं। लेकिन शीर्ष आतंकवादी के 26 सितंबर को मारे जाने के बाद सुरक्षा कारणों से इसे कल फिर स्थगित करने का फैसला किया गया था।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने कश्मीर घाटी में सभी रेल सेवाओं को आज फिर से बहाल कर दिया है।उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन की ओर से कल रात एक ताजा परामर्श जारी होने के बाद सुरक्षा कारणों से घाटी में रेल सेवा फिर से स्थगित करने फैसला किया गया।
अधिकारी ने कहा कि मध्य कश्मीर में श्रीनगर-बडगाम से उत्तर कश्मीर के बारामूला के बीच सभी ट्रेन सेवाएं फिर से शुरु हो गई। इसी प्रकार दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-अनंतनाग-काजीगुंड से जम्मू के बनिहाल तक रेल सेवायें भी बहाल कर दी गई। उन्होंने कहा कि रेल सेवाओं को पुन: बहाल करने का निर्णय प्रशासन की ओर से सुरक्षा संबंधी सलाह मिलने के बाद ही किया गया है।
गौरतलब है कि सुरक्षा कारणों से अगस्त और इस माह ट्रेन सेवाओं को बार-बार स्थगित किया जा रहा है। गत वर्ष गर्मियों में ङ्क्षहसा और अशांति के दौरान रेल सेवाएं लगभग छह माह तक स्थगित रही थी।
मीरवाइज घर में ही हुए नजरबंद
हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक को आज यहां तड़के उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया।मीरवाइज को पैगम्बर मोहम्मद के पोते इमाम हुसैन से संबंधित एक सेमीनार में हिस्सा लेने के लिए जाना था लेकिन इससे पहले उन्हें नजरबंद कर दिया गया। यह कार्यक्रम कट्टरवादी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी के हैदरपोरा स्थित आवास पर रखा गया था।
सैयद अली शाह गिलानी भी जून 2016 से नजरबंद हैं। हालाकि अलगाववादी नेता मोहम्मद यासीन मलिक पर अभी कोई प्रतिबंध नही है। हुर्रियत के प्रवक्ता ने बताया कि मीरवाइज के निगीन स्थित आवास पर सुबह सुरक्षाकर्मियों और राज्य पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया और उन्हें अगले आदेश तक घर से बाहर नहीं जाने की हिदायत दी गयी है। मीरवाइज ने भी ट्वीट किया है कि मुझे एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जाना था लेकिन इससे पहले मुझे नजरबंद कर दिया गया।