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राजस्थान में भारी बारिश के बाद रेल की पटरी बही, उत्तर और मध्य भारत में तेज बारिश की संभावना

राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश से सड़कों पर पानी भर गया और जोधपुर संभाग में रेल की पटरियां बह गई। वहीं पड़ोसी राज्यों में भी हल्की और मध्यम बारिश हुई जबकि उत्तर और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अगले चार दिनों में तेज बारिश होने का अनुमान है।

राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश से सड़कों पर पानी भर गया और जोधपुर संभाग में रेल की पटरियां बह गई। वहीं पड़ोसी राज्यों में भी हल्की और मध्यम बारिश हुई जबकि उत्तर और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अगले चार दिनों में तेज बारिश होने का अनुमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। वहीं, एक से दो अगस्त के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्षा के साथ छिटपुट जगहों पर बहुत तेज बारिश हो सकती है।
दिल्ली में मौसम विभाग ने बताया कि अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभाग के मुताबिक सुबह साढ़े आठ बजे तक शहर में औसतम 43.6 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं आईआईटी-दिल्ली फ्लाइओवर के नीचे सड़क का एक हिस्सा पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के कारण धंस गया, जिससे शनिवार को इलाके में यातायात प्रभावित हुआ।
वहीं एक राहत भरी ख़बर भी सामने आई है कि यमुना का जलस्तर शनिवार सुबह खतरे के निशान 205.33 से नीचे पहुंच गया। दिल्ली में एक दिन पहले ही प्रशासन ने बाढ़ के लिए अलर्ट जारी किया था। विभाग ने रविवार के लिए ‘येलो’ अलर्ट और सोमवार के लिए फिर से ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश में मानसून के सक्रिय होने से पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
मौसम विभाग ने शनिवार को यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि राज्य में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई और छिटपुट स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े। इसमें कहा गया है कि चित्रकूट, इटावा, एटा, औरैया, फिरोजाबाद, सोनभद्र, आगरा और ललितपुर जिलों में बारिश दर्ज की गई।
पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास दर्ज किया गया। वहीं दोनों ही राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया या और बारिश भी हुई।
राजस्थान में मौसम विभाग के अनुसार नागौर जिले में शनिवार को गुढा और गांविदी मारवाड जंक्शन के बीच लगातार पानी के बहाव के कारण जयपुर-जोधपुर रेलवे ट्रेक बह गया जिससे रेलगाडियों का आवागम कुछ घंटों के लिये प्रभावित रहा।
उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ घटों के बाद पटरी बहाल हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान नागौर, बारां, जयपुर, सवाईमोधापुर, करौली, सीकर, अलवर, झुंझुनूं व चूरू जिलों में कहीं-कही भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश बारां के शाहबाद में 304 मिलीमीटर और पश्चिमी राजस्थान के डीडवाना, नागौर में 158 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दोरान बारां में अधिकतम 304 मिलीमीटर बारिश, टोंक के निवाई में 192 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस दौरान जयपुर जिले के कई भागों में भारी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने शनिवार को बारां, झालवाड जिलों के एक दो स्थानों पर भारी से अति भारी (115.6 मिलीमीटर से अधिक) बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया है।
विभाग ने जयपुर, अजमेर, टोंक, सवाईमाधोपुर, भीलवाडा, बूंदी, कोटा और बारां जिलों के एक दो स्थानो के लिये ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं करौली, उदयपुर, प्रतापगढ, नागौर और पाली जिलों के लिये येलो अलर्ट जारी किया है।
निम्न दबाव का क्षेत्र और एक मानसूनी प्रवाह के कारण 31 जुलाई से एक अगस्त को मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में और 31 जुलाई को छत्तीसगढ़ तथा उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि 31 जुलाई से चार अगस्त के दौरान राजस्थान के पूर्वी भाग और मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है जबकि 31 जुलाई से तीन अगस्त के दौरान बारिश और तेज होगी।
राजस्थान के पूर्वी भाग और मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में कुछ स्थानों पर 31 जुलाई-दो अगस्त के बीच बहुत तेज वर्षा हो सकती है। आईएमडी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। वहीं, एक से दो अगस्त के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्षा के साथ छिटपुट जगहों पर बहुत तेज बारिश हो सकती है।
आईएमडी ने कहा कि 31 जुलाई को जम्मू-कश्मीर, एक अगस्त को पंजाब में, दो अगस्त तक हिमाचल प्रदेश और चार अगस्त तक उत्तराखंड और हरियाणा में भारी बारिश के साथ उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में वर्षा गतिविधि का वर्तमान दौर जारी रहने की संभावना है।
मध्यप्रदेश के 22 जिलों के लिए भारी से अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने शनिवार को कहा कि अलर्ट रविवार सुबह तक के लिए जारी किये गये हैं ।
उन्होंने बताया कि सतना, गुना, श्योपुर, छतरपुर और टीकमगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों के लिए बहुत भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है जबकि प्रदेश के 17 जिलों शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, सागर, नीमच, मंदसौर, अशोक नगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना के लिए भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि गत 24 घंटों में शनिवार सुबह तक पूर्वी मध्यप्रदेश में सिंगरौली जिले के सराय क्षेत्र में सबसे अधिक 122.4 मिमी बारिश हुई है जबकि पश्चिम मध्यप्रदेश में श्योपुर जिले के कराहल में सबसे अधिक 240 मिमी बारिश हुई है। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में बाांधों और बैराज से पानी को छोड़ा जाना तय है क्योंकि राज्य में दो दिनों से लगातार बारिश के बाद इनमें पानी लबालब भर चुका है। राज्य और पड़ोसी प्रदेश झारखंड में लगातार हो रही बारिश की वजह से जल इकाइयों में जलस्तर बढ़ रहा है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने दामोदर घाटी में एक लाख क्यूसेक पानी तक छोड़ने की अनुमति दे दी है।

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