लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच 12 मई से 15 यात्री ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू हो रहा है। यह सभी स्पेशल ट्रेनें होंगी जिसे नई दिल्ली से देश के अलग-अलग 15 हिस्सों में चलाया जाएगा। ट्रेनों में यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए रेल मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किए है। इनका सभी को सामान रूप से पालन करना होगा। मंत्रालय ने गाइडलाइंस में सभी यात्रियों को ‘आरोग्य सेतु’ ऐप को डाउनलोड करने और उपयोग करने की सलाह दी है। इसके साथ ही मंत्रालय चादर, तौलिया, सामान्य भोजन, पेय आदि मुहैया नहीं कराएगा।
:- रेल मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस
– ट्रेन के अंदर कंबल और पर्दे की व्यवस्था नहीं होगी, इसलिए यात्री अपने साथ कंबल या चादर ला सकते हैं।
– ट्रेन के किराए में खानपान शुल्क को शामिल नहीं किया जाएगा।
– विकलांगों के लिए भोजन की व्यवस्था का विकल्प ई-बुकिंग के साथ मौजूद है।
– IRCTC भुगतान के आधार पर सीमित खाने और पैकेज्ड पेयजल के लिए प्रावधान करेगा।
– यात्रियों खुद अपने भोजन और पीने के पानी लाने की सलाह दी गई है।
सभी ट्रेनें नई दिल्ली से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगाँव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी जाएंगी। ये सभी एयर कंडीशन ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस के रूट पर चलाई जाएंगी।
मंगलवार से एक बार फिर पटरी पर ट्रैन दौड़ेंगी। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन आवश्यक होगा है। स्टेशन पर आने की अनुमति सिर्फ उन लोगों को होगी जिनकी ई-टिकट कन्फर्म हो चुकी हो। रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी, जो नॉर्मल होगा, उन्हें ही एंट्री दी जाएगी। हर यात्री को ट्रैन के अंदर और स्टेशन पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 1200 के बजाए अब 1700 लोग कर सकेंगे यात्रा, तीन स्टॉपेज पर रुकेंगी ट्रेन
रेलवे ये सेवाएं कोविड-19 केयर सेंटरों के लिए आवंटित 20 हजार कोचों तथा 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के परिचालन के बाद बचे कोचों के आधार पर चलाएगा। कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए श्रमिक ट्रेनों के एक कोच में 72 की जगह 54 यात्रियों को इजाजत दी गई थी। लेकिन इन ट्रेनों में पूरे कोच भरे जायेंगे। साथ ही किराये में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी जायेगी। राजधानी ट्रेन की तरह ही इनके भी बहुत कम स्टॉप होंगे।