भारतीय रेलवे ने आईआरसीटीसी वेबसाइट पर टिकट बुक कराने वाले सभी यात्रियों के गंतव्य स्थलों के पतों का रिकॉर्ड रखना शुरू कर दिया है। रेलवे द्वारा यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि यदि बाद में उनमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होती है तो उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा सके। भारतीय रेलवे ने गुरुवार को फैसला किया है कि विशेष ट्रेनों में आरक्षण के लिए भरे जाने वाले विवरण में यात्री के गंतव्य का पूरा पता भी लिया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर उससे तुरंत संपर्क किया जा सके।
अधिकारियों ने बताया कि आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर गंतव्य स्थल के पते को शामिल करने का प्रावधान 13 मई से किया गया है। रेलवे बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की वेबसाइट में आरक्षण फॉर्म में इस निर्णय के क्रियान्वयन में आवश्यक संशोधन करने के लिए कहा गया है। सूत्रों के अनुसार यदि कोई यात्री कोरोना संक्रमित पाया जाता है और उसके सहयात्री उस समय तक अपने गंतव्य चले जाते हैं तो ऐसे में प्रोटोकॉल के मुताबिक उन्हें ढूंढ़ना और उनकी जांच कराना एक मुश्किल काम होता है।
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सभी यात्रियों के गंतव्य का पूरा पता होने की दशा में ये परेशानी नहीं होगी। रेलवे के प्रवक्ता आर डी बाजपेई ने कहा कि ‘‘13 मई से आईआरसीटीसी टिकट बुक करा रहे सभी यात्रियों के गंतव्य स्थलों का पता ले रहा है। यदि बाद में आवश्यकता पड़ी, तो यात्रियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने में इससे मदद मिलेगी।’’ उन्होंने कहा कि यह निकट भविष्य में भी लागू रहेगा।
बाजपेई ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को किसी भी बुकिंग के लिए अपने पते की जानकारी मुहैया करानी होगी। इससे पहले ट्रेनों में यात्रा करने वाले कम से कम 12 लोग बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।