राजस्थान की राजनीति में पिछली सरकार चुने जाने के बाद से उथल पुथल जारी है। जिसके पीछे एक वजह सचिन पायलट भी माने जा रही है। जिन्होंने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। कयास तो ये भी लगाए जाने लगे थे की पायलट विपक्षी दल का भी दमान थाम सकते है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और अब इन्होने कांग्रेस पार्टी के टिकट नामकंन पत्र भरा।
. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं
. नामांकन से पूर्व भूतेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की
. पार्टी हर उम्मीदवार के साथ खड़ी
. पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं
सभी को माफ़ कर आगे बढे
नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले पायलट ने मीडिया से कहा, "मुझे सभी को माफ कर आगे बढ़ने के लिए कहा गया है, मैं इसी लाइन पर आगे बढ़ रहा हूं। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, कोई गुटबाजी नहीं है।पायलट हजारों कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन करने पहुंचे और अपना शक्ति प्रदर्शन किया। सुबह करीब 11:30 बजे टोंक के सवाई माधोपुर चौराहे से रैली को रवाना करने से पहले उन्होंने भूतेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की।
नामांकन रैली में कई विधायक शामिल
पायलट की नामांकन रैली में विधायक डॉ. रघु शर्मा, प्रशांत बैरवा, राकेश पारीक, खिलाड़ी लाल बैरवा, टोंक प्रभारी अनिल चोपड़ा सहित हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे। रैली के लिए बाजार में जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए थे। शर्मा को रैली में देख कर सभी को आश्चर्यच हुआ क्योंकि वो अशोक गहलोत खेमे से हैं। पायलट ने अपना नामांकन दाखिल करने से पहले मीडिया से बात की और चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस की पसंद के बारे में सवालों के जवाब दिए।
पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं
पायलट ने कहा, "कांग्रेस कभी भी इन सब बातों की पहले से घोषणा नहीं करती। बहुमत मिलने के बाद पार्टी आलाकमान तय करता है कि नेतृत्व कौन करेगा। पार्टी हर उम्मीदवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और सोनिया गांधी, खड़गे और राहुल गांधी का केवल एक समूह है।
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