रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए एक दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे। उन्होंने आज सुबह लद्दाख पहुंच कर सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया और लुकुंग चौकी पर जाकर भारतीय सेना के जांबाज जवानों एवं अधिकारियों से बातचीत की।
राजनाथ सिंह ने भारतीय जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि “इस समय सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत का दौर चल रहा है। मामला हल होना चाहिए, लेकिन कहां तक हल होगा इसकी अभी मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं। मैं इतना यकीन दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कब्जा नहीं कर सकती है।”
उन्होंने कहा कि “हम अशांति नहीं चाहते,शांति चाहते हैं। हमने कभी दुनिया के किसी देश के स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश नहीं की,लेकिन अगर दुनिया की कोई ताकत हमारे स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश करेगी उसे हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
भारतीय जवानों से उन्होंने कहा कि “आज आपसे मिलकर मुझे खुशी हो रही है तो मन में एक पीड़ा भी है, हाल ही में भारत और चीन सैनिकों के बीच जो भी कुछ हुआ, उसमें हमारे कुछ जवानों ने अपना बलिदान देते हए अपनी सीमा की रक्षा की। उन्हें खोने का गम और आपसे मिलने की खुशी है, मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
उन्होंने कहा कि “भारत और चीन की सेना के जवानों के बीच हाल में जो कुछ हुआ मैं ये कह सकता हूं कि आप लोगों ने केवल भारत की सीमा की सुरक्षा नहीं की है बल्कि 130 करोड़ भारतवासियों के सम्मान की सुरक्षा भी की है।” रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत का नेतृत्व सशक्त है। हमें नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है। फ़ैसला लेने वाला प्रधानमंत्री मिला है।