केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ऊपर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के शायराना तंज के बाद सियासी मुशायरा शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री ने जब राहुल गांधी को उन्ही की भाषा में जवाब दिया तो कांग्रेस एक बार फिर राजनाथ सिंह पर हमलावर हो गयी है।
राजनाथ सिंह के राहुल को जवाब देने के बाद कांग्रेस ने इसी शायराना अंदाज में ट्वीट कर तंज कसा. छत्तीसगढ़ कांग्रेस की ओर से एक ट्वीट में लिखा, एक काबिल का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज में है.
‘सवालों’ की आंच हो तो हवा कीजै,
‘सवाल’ ही जब आंच हो तो ‘कड़ी निंदा; कीजै..
एक काबिल का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज में है।
“सवालों” की आंच हो तो हवा कीजै,
“सवाल” ही जब आंच हो तो “कड़ी निंदा” कीजै.. https://t.co/9noellj6Lh— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) June 8, 2020
बता दें, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में गृह मंत्री अमित शाह पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए ट्वीट किया था कि सबको मालूम है सीमा की हकीकत, लेकिन दिल बहलाने को ‘शाह-यद’ ये खयाल अच्छा है ।
सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन,
दिल के ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।https://t.co/cxo9mgQx5K— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 8, 2020
इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअल माध्यम से महाराष्ट्र जनसंवाद रैली में कहा कि मिर्ज़ा ग़ालिब का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज़ में है। राहुल गांधी जी को कहना चाहूंगा कि ‘हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै.. ।
मिर्ज़ा ग़ालिब का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज़ में है। ‘
‘हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै,
‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै.. https://t.co/k1fhnI6K4N— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 8, 2020
इससे पहले आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर महाराष्ट्र की शिवसेना नीत गठबंधन सरकार की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि ऐसा लगता है कि राज्य में सरकार के नाम पर सर्कस हो रहा है। महाराष्ट्र के लिए एक डिजिटल रैली को संबोधित कर रहे राजनाथ सिंह ने कोविड-19 का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान अलग अलग जगहों पर फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिये अभिनेता सोनू सूद के कार्यों की सराहना की और शिवसेना द्वारा अभिनेता की आलोचना करने पर सवाल उठाया ।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हालात देखें तो सवाल उठता है कि क्या राज्य में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है ? क्या ऐसे हालात के लिए वहां सरकार बनी थी ? ये हो क्या रहा है ? ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ महाराष्ट्र की सरकार तीन दलों की सरकार है। जो हो रहा है उसे देख कर लगता है कि सरकार के नाम पर सर्कस हो रहा है।’’
भाजपा की महाराष्ट्र जन संवाद रैली को संबोधित कर रहे सिंह ने कहा कि विकास का जो दृष्टिकोण महाराष्ट्र सरकार के पास होना चाहिए, वो नहीं है । शिवसेना पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा और शिवसेना का गठबंधन हुआ, लेकिन गठबंधन के बाद सत्ता की लालसा में भाजपा को धोखा दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं भाजपा के चरित्र को स्पष्ट करना चाहता हूं कि- हम धोखा खा सकते हैं, लेकिन धोखा कभी दे नहीं सकते । भाजपा की स्थापना के 4 दशक पूरे हो चुके हैं। 1984 में जहां भाजपा को सिर्फ 2 सीटें प्राप्त हुई थीं, वहीं 2019 में भाजपा ने लगातार दोबारा बहुमत प्राप्त कर सरकार बनाई। यह यात्रा हमने शान से तय की है।’’
रक्षा मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार गठबंधन के एक साझीदार कांग्रेस के नेता राहुल गांधी कहते हैं कि हम सरकार में तो शामिल हैं, लेकिन निर्णय में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा ‘‘ इसका मतलब, संकट की घड़ी में सीधे अपना पल्लू झाड़ लेना है। राहुल गांधी ने यह कोई नयी बात नहीं कही है। कांग्रेस का यही चरित्र है और उनका शौक है बिना जिम्मेदारी के सत्ता ।’’ सिंह ने कहा ‘‘राजनीति केवल सत्ता का सुख भोगने के लिए नहीं की जाती है, राजनीति समाज और देश की सेवा करने के लिए की जाती है । ’’