कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान का नेतृत्व करने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। ममता से बैठक के एक दिन बाद टिकैत ने कहा कि वह अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से नहीं मिले थे जो उन्हें भारत सरकार से अनुमति लेनी पड़े। इसके साथ ही उन्होंने देश में विपक्ष के कमजोर होने की बात कही।’
बीकेयू नेता ने गुरुवार को कहा, हमने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान कहा कि देश में विपक्ष कमजोर है। हम अब सड़कों पर बैठे हैं, अगर विपक्ष मजबूत होता तो हमें ऐसा करने की जरूरत नहीं होती। विपक्ष मजबूत होना चाहिए।
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टिकैत ने कहा, मैं सीएम से मिला, पार्टी प्रमुख से नहीं। क्या मैं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से मिला, जिसके लिए मुझे भारत सरकार की अनुमति लेनी पड़े? क्या सीएम से मिलने के लिए वीजा की जरूरत होती है? हम राज्य की नीतियों को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों से मिलेंगे। उत्तराखंड में बीजेपी और पंजाब में कांग्रेस की सरकार, हम उनसे भी मिलेंगे।
वहीं राकेश टिकैत से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने भी नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ उनके आंदोलन को समर्थन देने का आश्वासन दिया। ममता ने कहा कि एक ऐसा मंच होना चाहिए जहां राज्य नीतिगत विषयों पर बातचीत कर सकें। उन्होंने कहा कि राज्यों को निशाना बनाना संघीय ढांचे के लिए अच्छी बात नहीं है।