भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास भ्रष्टाचार में शामिल थे और उन्होंने हाल में शीर्ष पद पर हुई उनकी नियुक्त को “हैरानी भरा” बताया। बहरहाल, उन्होंने “भ्रष्टाचार” के बारे में कोई ब्यौरा नहीं दी। वह पहले भी ऐसा आरोप लगा चुके हैं।
सुब्रमण्यम स्वामी ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के संवाद सत्र में शनिवार को कहा, “आरबीआई के नए गवर्नर अत्यधिक भ्रष्ट हैं। मैंने उन्हें (वित्त मंत्रालय से) हटवा दिया था। मैं शक्तिकांत दास को भ्रष्ट व्यक्ति कह रहा हूं। मैं हैरान हूं कि जिस व्यक्ति को भ्रष्टाचार के चलते मैंने वित्त मंत्रालय से हटवा दिया था उसे गवर्नर बनाया गया।”
यह पूछे जाने पर कि उनके हिसाब से किसे आरबीआई का नेतृत्व करना चाहिए, इस पर राज्यसभा सदस्य स्वामी ने भारतीय प्रबंधन संस्थान बेंगलुरू के प्रोफेसर आर. वैद्यनाथन का नाम लिया। उन्होंने कहा, “आईआईएम-बी में वित्त के पूर्व प्रोफेसर आर. वैद्यनाथन बेहतर हो सकते थे। वह संघ के पुराने व्यक्ति भी हैं। वह हमारे व्यक्ति हैं।”
शक्तिकांत दास ने संभाला आरबीआई गवर्नर का पद
अगले साल आम चुनाव के बारे में पूछे जाने पर स्वामी ने कहा कि भगवा पार्टी सत्ता में आएगी क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ “कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है।” कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर एक सवाल पर स्वामी ने आरोप लगाया कि उनके पास ब्रिटिश नागरिकता है और वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकते। गांधी इस आरोप को पहले ही खारिज कर चुके हैं। राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “तमिलनाडु में भी व्यापक स्तर पर यह आकांक्षा है कि राम मंदिर बनाया जाए और हम बनाएंगे।”