हालही में संसद में साल 2023-24 का बजट पेश किया गया था। ऐसे में इस साल जनता को काफी राहत देने की उम्मीदे सरकार ने बांधी है, लेकिन अब रिजर्व बैंक ने फिर झटका दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक बैंक ने एक बार फिर जनता को बड़ा झटका दिया है।जानकारी के मुताबिक फिर रेपो रेट को बढ़ा दिया गया है जो आने वाले समय में जनता के लिए मुसीबत बन सकता है। बता दें वित्त वर्ष 2022-23 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की आखिरी क्रेडिट पॉलिसी के फैसलों का एलान आज हो गया है।
जनता को महंगाई का एक और बड़ा झटका
सुबह आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 10 बजे से एमपीसी की बैठक के नतीजों के बारे में जानकारी बताया जिसमें रेपो रेट को लेकर घोषणा कर दी है। सूत्रों के मुताबिक आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी और महंगाई के आंकड़ों में हो रहा उतार चढ़ाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल रहा है। आगे उन्होंने कहा भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है लेकिन ग्लोबल चुनौतियां हमारे सामने हैं और उनके मुताबिक फैसले लेने होते हैं। इतना ही नहीं आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत की जीडीपी का अनुमान 7 फीसदी रखा गया है। कहा जा रह है कि वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर के 4 फीसदी के दायरे से ऊपर रहने की संभावना ह। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज एलान किया है कि एमपीसी ने रेपो रेट को 0.25 फीसदी बढ़ाया है। इसके बाद देश में रेपो रेट बढ़कर 6.50 फीसदी पर आ गया है जो कि पहले 6.25 फीसदी पर था।
रेपो रेट के फिर से हुआ इजाफा
आगे बता दें आज आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी के एलानों से पहले बैंक निफ्टी के लगभग सभी बैंक शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे और बैंक निफ्टी में इसके दम पर उछाल देखा जा रहा था। सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर बैंक निफ्टी के 12 में से 9 शेयरों में उछाल देखा जा रहा था और बैंक निफ्टी 200 अंक ऊपर कारोबार कर रहा था। जनता के लिए आने वाला साल मुश्किल हो सकता है क्योंकि चारों तरफ से महंगाई के बढ़ने के संकेत दिए जा रहे है। ऐसे में रेपो रेट के बढ़ने से बाकि चीजों पर भी असर पढ़ता दिखाई देगा।