झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा है कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर राजभवन पर लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। हेमंत सोरेन राजभवन खुद इस्तीफा लेकर पहुंचे थे। उन्होंने खुद अपने त्यागपत्र में कहा है कि वह ईडी की हिरासत में हैं और सीएम के पद से इस्तीफा दे रहे हैं। राज्यपाल गुरुवार को राजभवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
गिरफ्तारी में राजभवन की कोई भूमिका नहीं – राज्यपाल
उन्होंने कहा कि ईडी अधिकारी ने मेरे प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी को फोन पर कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है और वे इस्तीफा देना चाहते हैं। इसके बाद मुख्य सचिव एल. खियांग्ते ने भी मेरे प्रधान सचिव को फोन कर बताया कि हेमंत इस्तीफा देना चाहते हैं। सीएमओ से भी ऐसी जानकारी आई। इसके बाद हमने हेमंत सोरेन का तीन घंटे इंतजार किया। सीएमओ की ओर से कहा गया था मुख्यमंत्री के साथ के साथ दो अन्य मंत्री भी आएंगे।
इस्तीफे के साथ नई सरकार के लिए दावा पेश , लेकिन राज्यपाल को नहीं दी पहले को कोई सूचना
राज्यपाल ने कहा कि सोरेन के साथ आए मंत्रियों ने उनके इस्तीफे के साथ ही नई सरकार के लिए दावा पेश कर दिया, जबकि इसकी कोई सूचना उन्हें पहले से नहीं दी गई थी। इसलिए उन्होंने विचार करने के लिए वक्त लिया।
चंपाई सोरेन के पास बहुमत नहीं
चंपाई सोरेन की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने के बाद उन्हें न्योता देने में देरी के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि मीडिया में जो खबरें आ रही थीं, उनसे लग रहा था कि चंपाई सोरेन के पास बहुमत नहीं है। उनके पास एक-दो फोन भी आए थे, जिसमें समर्थन नहीं देने की बात कही गई थी। ऐसी परिस्थिति में सरकार बनाने का न्योता देने में कुछ समय लेना जरूरी था।