नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा के प्रधान अमित शाह के सान्निध्य में आज हुई बैठक में भाजपाई मुख्यमंत्रियों ने मिशन 2019 की फतह के फार्मूलों पर मंत्रणा की। वर्ष 2019 का तानाबाना बुनने के लिए 13 मुख्यमंत्रियों के अलावा 6 उपमुख्यमंत्रियों व केन्द्र के 9 मंत्रियों ने भी अपनी राय पेश की। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने विकास, सुशासन और गरीब कल्याण के मंत्र को साकार करने वाली केंद्र की योजनाओं को राज्य में लागू करने पर जोर दिया।
सूत्रों का कहना है कि मोदी तथा शाह ने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा उपमुख्यमंत्रियों के कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने राज्यों की बेहतर योजनाओं के अलावा केन्द्रीय योजनाओं की प्रगति की भी रिपोर्ट पर जायजा लिया। समझा जा रहा है कि पी.एम. व भाजपा प्रधान ने मिशन 2019 तथा उससे पूर्व प्रस्तावित राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी आक्रामक रुख अपनाने का मंत्र फूंका। आक्रामक प्रचार व केन्द्र, राज्यों द्वारा किए गए कामकाज को घर-घर पहुंचाने की हिदायत दी गई।
गुजरात, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों में शानदार जीत हेतु राज्यों के हिसाब से बनी रणनीति पर भी खास चर्चा हुई। शाह ने मोदी सरकार की योजनाओं और पार्टी की नीतियों पर हमलावर रहने का निर्देश दिया। राज्यों में बेहतर योजनाओं पर भी वैचारिक आदान-प्रदान किए गए। उल्लेखनीय है कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की ये तीसरी बैठक है जबकि बिहार में फिर जे.डी.यू.-बीजेपी गठबन्धन की सरकार बनने के बाद ये पहली बैठक थी।
बैठक की महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन और वहीं चल रहे विकास कार्यों पर विस्तृत चर्चा के चलते मिशन 2019 में 350 से ज्यादा सीटें हासिल करने के फार्मूले पर जहां मंत्रणा हुई वहां विपक्षी गठबन्धन को कोई ऐसा मौका नहीं देने का मंत्र फूंका गया जिससे भाजपा-राजग के रथ को रोकने को बेताब बिखरे विपक्ष का मनोबल टूटता रहे। पी.एम. बनने के बाद मोदी तथा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा सरकार तथा संगठन के विस्तार के लिए लगातार रात-दिन एक करने पर दोनों महारथियों की भी प्रशंसा की गई।
– दिनेश शर्मा