राज्यसभा में गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल सांसद मनोज कुमार झा ने कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। मनोज झा ने कहा कि हमारा लोकतंत्र इतना मजबूत है कि वह किसी एक ट्वीट से कमजोर नहीं हो जाएगा। झा ने यह बात देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर हॉलीवुड पॉप स्टार रिहाना और सामाजिक कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्गके ट्वीट को लेकर सरकार की प्रतिक्रिया के संदर्भ में कही।
झा ने यह बात राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चल रही चर्चा के दौरान कहा कि किसान अब भी भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और मोदी सरकार आंदोलन कर रहे किसानों से जिस तरह का व्यवहार कर रही है वह उचित नहीं है।
उन्होंने कहा, सरकार दिल्ली की सीमा पर आंदोलनकारी किसानों से ऐसे निपट रही है जैसे सीमा पर मुकाबला किया जा रहा हो। किसानों के आंदोलन स्थल पर कंटीले तार, बाड़ और बैरिकेटिंग की गई है। आंदोलनों से निपटने का क्या यह उचित तरीका है? किसानों के लिए कहा गया कि आंदोलन में आतंकवादी, नक्सली, माओवादी और खालिस्तानी शामिल हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों की बात सुनी जानी चाहिए। किसान जितने बेहतर तरीके से अपना हित समझते हैं उतना न तो नेता समझते हैं और न ही सत्ता पक्ष, न विपक्ष। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सुनने और सुनाने की क्षमता होना आवश्यक है। किसान आंदोलन अब दिल्ली की सीमाओं तक ही सीमित नहीं है। यह आंदोलन अब देश के अन्य भागों में भी फ़ैल रहा है।