आरएसएस (राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ) द्वारा सरकार को विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर विपक्ष को विश्वास में लेने का आग्रह किए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने मंगलवार को उन्हें आश्वस्त किया कि ऐसा ही किया गया है। नाइक ने कहा, हमने कोशिश की है कि हर कोई समझे।
हमने उनसे (विपक्ष) से कहा कि अगर आपको कोई संदेह है तो आमने-सामने बैठें और स्पष्ट करें। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि सदन के पटल पर भी चर्चा की गई है। यह टिप्पणी आरएसएस के केंद्र सरकार से विपक्षी पार्टियों के साथ संशोधित अधिनियम पर संदेहों को दूर करने के लिए केंद्र सरकार से संवाद शुरू करने के आग्रह के बाद आई है।
आरएसएस के सरकार्यवाह (महासचिव) सुरेश ‘भैय्याजी’ जोशी ने कहा, विपक्षी दलों के सभी संदेहों को दूर करना केंद्र सरकार का कर्तव्य है। सत्तारूढ़ दल के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को इस संबंध में बातचीत शुरू करनी चाहिए।