रामनवमी के अवसर पर देश के कई हिस्सों में जमकर बवाल हुआ। रविवार को दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश और झारखंड से झड़प और आगजनी की कई घटनाएं सामने आई। इन विवादों और झड़प में कई लोग घायल हुए तो वहीं गुजरात में एक युवक की मौत हो गई। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के खरगोन में पथराव और आगजनी के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया।
नॉनवेज और रामनवमी को लेकर JNU में झड़प
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) और राष्ट्रीय स्यवंसेवक संघ से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने रविवार को छात्रावास के मेस में मांसाहारी भोजन परोसने को लेकर दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प के विरोध में यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर अलग-अलग मार्च निकाला।
जेएनयूएसयू ने आरोप लगाया है कि एबीवीपी सदस्यों ने हॉस्टल मेस में छात्रों को मांसाहारी खाना खाने से रोका और हिंसक माहौल बनाया। हालांकि, दक्षिणपंथी एबीवीपी ने इस आरोप से इनकार किया और दावा किया कि रामनवमी पर छात्रावास में आयोजित एक पूजा कार्यक्रम में ”वामपंथियों” ने बाधा डाली। जेएनयूएसयू ने परिसर के अंदर मार्च निकाला और फिर कथित हमले के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वसंत कुंज पुलिस स्टेशन गए।
गुजरात में पथराव के बाद एक की मौत
गुजरात के हिम्मतनगर और खंभात शहरों में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प हो गई। खंभात में हुई सांप्रदायिक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। सांप्रदायिक झड़पों के दौरान पुलिस को पथराव करने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
खंभात शहर आणद जिले में पड़ता है जबकि हिम्मतनगर साबरकांठा जिले में है। खंभात में पथराव की घटना के बाद घटनास्थल से लगभग 65 वर्षीय एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया, जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ जबकि उपद्रवियों ने कुछ दुकानों में आग लगा दी। बाद में हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
वहीं साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर शहर के छपरिया इलाके में दोपहर बाद जब रामनवमी का जुलूस निकला तो दो समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव कर दिया। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए शहर के बाहर से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया।
जुलूस में शामिल लोगों पर धारदार हथियारों से हमला
झारखंड के लोहरदगा जिले के हिरही भोक्ता बगीचा इलाके के पास रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव और जुलूस में शामिल लोगों पर धारदार हथियारों से किये गए हमले में दर्जनों लोग घायल हो गये, जिससे पूरे जिले में तनाव फैल गया। हालात को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है।
लोहरदगा में कुजरा की ओर से रामनवमी की शोभायात्रा आ रही थी तभी कब्रिस्तान के पास दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने नारेबाजी नहीं करने के लिए कहा। लेकिन जब तक कोई कुछ समझ पाता कुछ शोभायात्रा में शामिल लोगों पर पथराव शुरू हो गया, जिसमें अनेक लोग घायल हो गए। पथराव के बाद उपद्रवियों ने दो घरों और मेले में लगे ठेले, मिठाई की दुकान, एक पिकअप वाहन और 10 बाइक में आग लगा दी।
खरगोन में धारा 144 लागू
मध्यप्रदेश के खरगोन शहर में रामनवमी के जुलूस पर उपद्रवियों द्वारा किये गये पथराव के बाद आगजनी की घटनाएं हुईं, जिसमें कुछ वाहनों को आग लगा दी गई। इस घटना के बाद प्रशासन ने शहर के तीन क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है, जबकि पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस पथराव में खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी एवं दो अन्य पुलिसकर्मियों सहित कुछ आम नागरिक घायल हुए हैं।
बंगाल में रामनवमी पर सियासत
पश्चिम बंगाल में रविवार को जहां बीजेपी ने रामनवमी के अवसर पर जुलूस निकाले, तो राज्य में सत्तारूढ़ प्रतिद्वंद्वी दल तृणमूल कांग्रेस ने भी इसके जवाब में देवी बसंती की पूजा का आयोजन किया। दिलीप घोष समेत अन्य भाजपा नेताओं ने पश्चिम बंगाल के अलग-अलग भागों में निकाले गए रामनवमी के जुलूस में हिस्सा लिया। वहीं, कोलकाता से थोड़ी ही दूरी पर स्थित बैरकपुर में रामनवमी के दो जुलूस के दौरान लोगों को तलवारें लहराते देखा गया जबकि प्रशासन ने जुलूस के दौरान हथियारों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।