रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है। यह युद्ध रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा गुरुवार सुबह सैन्य कार्रवाई का आदेश देने के बाद शुरू हुआ। इस बीच शुक्रवार को रूस से आए तीन श्रद्धालुओं ने यूक्रेन के साथ जारी अपने देश की लड़ाई खत्म करने तथा शांति बहाल करने के लिए 12वीं शताब्दी में निर्मित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में प्रार्थना की।
एक महिला सहित तीन रूसी नागरिक ‘‘इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ कृष्णा कॉन्शसनेस’’ (इस्कॉन) के सदस्य हैं। यह लोग बृहस्पतिवार को जगन्नाथ मंदिर के लॉयन गेट पर बैठे और यूक्रेन के लोगों की सलामती के लिए पूजा की। इन लोगों को मंदिर में बना महाप्रसाद दिया गया।
नाटो से सैन्य मदद न मिलने पर जाहिर की नाराजगी
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो देशों से सैन्य मदद न मिलने पर भी नाराजगी जारी की है। उन्होंने बयान दिया कि ‘सभी ने हमें अकेला छोड़ दिया, ‘हमने अकेले देश की रक्षा की।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस युद्ध में झुकने वाले नहीं है, आखिरी दम तक लड़ेंगे’। युद्ध की इस स्थिति में यूक्रेन की सरकार ने पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया है और लोगों से अपील की है कि वह इसका पालन करें। भारी
आम नागरिकों को दी असॉल्ट राइफल
इससे पहले जेलेंस्की ने दावा किया था कि युद्ध में अब तक हमारी कार्रवाई में रूस के 800 से ज्यादा सैनिक मार गिराए है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सेना ने रूस के 30 से ज्यादा टैंक, साथ लड़ाकू विमान और छह हेलीकाप्टर को तबाह कर दिया गया है। यूक्रेन ने ऐसी स्थिति में अपने 10 हजार आम नागरिकों को असाल्ट राइफल दिए हैं ताकि वह रूस की सेना के खिलाफ लड़ सकें।