जम्मू-कश्मीर में चीन की मदद से फिर से अनुच्छेद 370 की बहाली पर फारूक अब्दुल्ला और राष्ट्र ध्वज को लेकर महबूबा मुफ्ती के बयान पर सियासत गरमाई हुई है। मुफ्ती के इस बयान की बीजेपी के अलावा कई राजनीतिक दल निंदा कर रहे है। बुधवार को इस संबंध में शिवसेना नेता संजय राउत ने केंद्र से कार्रवाई की मांग की है।
संजय राउत ने कहा, अगर महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और अन्य लोग चीन की मदद से कश्मीर में धारा 370 लागू करना चाहते हैं तो केंद्रीय सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए। अगर कोई भी व्यक्ति जो कश्मीर में तिरंगा फहराना चाहता है, उसे रोका जाता है, तो मैं इसे ‘राष्ट्र द्रोह’ मानता हूं।
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यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किए जाने से संबंधित एक सवाल के जवाब में राउत ने कहा, ‘हमने पहले भी यह कहा है कि देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होना चाहिए। अगर सरकार ऐसा कुछ लाती है तो हम इस संबंध में फैसला लेंगे।’ गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने हाल में कहा था कि जब तक घाटी में आर्टिकल 370 के निरस्त प्रावधान दोबारा लागू नहीं हो जाते, वह कोई भी झंडा नहीं थामेंगी।
वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक ने भी बीते दिनों विवादित बयान देते हुए कहा था कि चीन की मदद से कश्मीर में धारा 370 को फिर से लागू करवाएंगे। इन दोनों नेताओं के इन बयानों पर सत्ताधारी बीजेपी बुरी तरह से भड़क गई। महबूबा के बयान के खिलाफ बीजेपी ने पीडीपी मुख्यालय के बाहर ज़ोरदार धरना प्रदर्शन भी किया था।