आपको बता दें, सऊदी प्रिंस का 2019 के बाद भारत का यह दूसरा दौरा है। पीएम मोदी और सऊदी प्रिंस के बीच की दोस्ती को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस वार्ता में कई बड़े समझौते हो सकते है। बता दें, सऊदी अरब मध्य पूर्व का एक बड़ा देश है और इसका प्रभाव इस्लामिक देशों पर भी देखा जाता है। ईस्ट कॉरिडोर में भी सऊदी अरब की बड़ी भूमिका है।