चक्रवाती तूफान ‘‘वायु’’ के मद्देनजर गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पूरे राज्य में 13 से 15 जून तक 3 दिवसीय शाला प्रवेशोत्सव (स्कूल उत्सव का स्वागत) रद्द कर दिया है। वहीं ,जहां चक्रवात का असर देखा जा सकता है उन 10 जिलों के स्कूलों और कॉलेजों में 13 और 14 जून को दो दिन की छुट्टी की घोषणा की है।
चक्रवाती तूफान ‘‘वायु’’ के मद्देनजर मौसम विभाग ने जारी किया बुलेटिन
अरब सागर के मध्य पूर्वी क्षेत्र में पिछले दो दिनों से बने हवा के कम दबाव की स्थिति गहराने के कारण उत्पन्न चक्रवात ‘वायु’ मंगलवार को महाराष्ट्र से उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ने लगा है।
मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, सुदूर समुद्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र तेजी से बनने के कारण ‘वायु’ के 13 जून को गुजरात के तटवर्ती पोरबंदर और कच्छ क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने इसके मद्देनजर सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में 13 और 14 जून को भारी बारिश होने तथा 110 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है।
हाई अलर्ट पर सौराष्ट्र और तटीय इलाके
स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर गुजरात सरकार ने भी ‘हाई अलर्ट’ जारी करते हुये सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में मंगलवार को सुबह तूफान की आशंका वाले तटीय इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों को तैनात किया है।
विभाग ने अगले 12 घंटों में चक्रवात के और अधिक गंभीर रूप धारण करने की आशंका व्यक्त करते हुये कहा कि उत्तर की ओर बढ़ता ‘वायु’ 13 जून को सुबह गुजरात के तटीय इलाकों में पोरबंदर से महुवा, वेरावल और दीव क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इसकी गति 115 से 130 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। इसके बाद तूफानी हवाओं की गति धीरे धीरे मंद पड़ना शुरु हो जायेगी।
तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। साथ ही बंदरगाहों को खतरे के संकेत और सूचना जारी करने को कहा गया है।
बुलेटिन के अनुसार चक्रवात के दौरान कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गीर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिलों के तटीय क्षेत्र में एक से डेढ़ मीटर ऊंची समुद्री लहरें उठने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि गत मई में चक्रवात ‘फेनी’ ने ओडिशा तट पर तबाही मचाई थी। इसमें लगभग 60 लोगों की मौत हुयी थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की उच्च स्तरीय बैठक
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिये संबद्ध विभागों की उच्च स्तरीय बैठक की।
चक्रवाती तूफान ‘‘वायु’’ गुजरात में दस्तक देने जा रहा है। इसी के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तूफान से निपटने की सभी तैयारियों का जायजा लिया । साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर तरह के जरूरी कदम उठाएं । अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
गुजरात और दीव में NDRF 39 टीमें और थलसेना की 34 टीमें तैनात
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने गुजरात और दीव में 39 टीमों को पहले से तैनात कर दिया है। हर टीम में करीब 45 कर्मी हैं। बचाव दल नावों, पेड़ काटने वाली मशीनों और दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं। थलसेना की 34 टीमों को भी तैयार रखा गया है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश दीव को विस्तृत परामर्श जारी कर उनसे सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा है जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि किसी को जान नहीं गंवानी पड़े, अहम आधारभूत ढांचे को होने वाले संभावित नुकसान को न्यूनतम किया जा सके और चक्रवात का असर खत्म हो जाने के तुरंत बाद सभी आवश्यक सेवाओं को जल्द दुरुस्त किया जा सके।
गुजरात और दीव के अधिकारियों ने बुधवार की सुबह से संवेदनशील इलाकों से करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने की योजना बनाई है। इन लोगों के रहने के लिए करीब 700 चक्रवात एवं राहत आश्रय गृह बनाए गए हैं।
समीक्षा के बाद गृह मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि शाह ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को बरकरार रखने और चक्रवात से नुकसान होने की स्थिति में तत्काल उन सेवाओं को बहाल किए जाने पर भी बल दिया।
मंत्रालय गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक की सरकारों के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव के साथ निरंतर संपर्क में है।
अधिकारी ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना, थलसेना और वायु सेना की इकाइयों को तैयार रखा गया है और निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं।
एचएडीआर अभियान चलाने के लिए सी-17 परिवहन विमान तैनात
वायु सेना ने मानवीय सहायता और आपदा मोचन (एचएडीआर) अभियान चलाने के लिए एक सी-17 परिवहन विमान को तैनात किया है।
वायु सेना ने ट्वीट किया, ‘‘चक्रवाती तूफान वायु: आज वायु सेना के एक सी-17 विमान ने नयी दिल्ली से विजयवाड़ा के लिए उड़ान भरी। विमान से विजयवाड़ा से एनडीआरएफ के करीब 160 जवानों को हवाई मार्ग से जामनगर पहुंचाने की योजना है ताकि वे एचएडीआर मिशन चला सकें और गुजरात में तूफान प्रभावित लोगों को बचा सकें।’’ शाह ने नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे सक्रिय रहने के भी निर्देश दिए।