लुधियाना-चंडीगढ़ : पंजाब- हिमाचल -दिल्ली समेत अन्य राज्यों से अपने-अपने तरीकों और वाहनों द्वारा पंचकूला पहुंच रहे डेरा सच्चा सौदा समर्थक भले ही चंडीगढ़ और पंचकूला की तारकोल की कंकरीट वाली सड़क पर रात गुजारने को मजबूर है किंतु स्थानीय डेरा समर्थक कमेटी ने भी उनके रहने और खाने पीने की लंगर की आड़ में व्यवस्था कर रखी है।
आज दिनभर डेरा समर्थक दरिया में बहते सैलाब के तरह पहुंचते दिखे और रातभर अन्य के भी पहुंचने की संभावनाएं जारी है। डेरा सच्चा सौदा के पंचकूला इंचार्ज चमकौर सिंह के अनुसार सही संख्या का अनुमान अभी कुछ कहा नहीं जा सकता परंतु जिला प्रशासन पंचकूला के अधिकारियों द्वारा लाख-दो लाख के पहुचंने का दावा किया जा रहा है।
डेरा प्रेमी चमकौर सिंह ने बताया कि जितने भी डेरा प्रेमी पंचकूला आ रहे है, उनसे हरियाणा और पंजाब पुलिस ने चैकिंग के दौरान छतरियां तक छीन ली। यह लोग बरसात के कारण छतरियां लेकर आएं थे। पुलिस इन छतरियों को भी खतरनाक हथियार के तौर पर मान रही है। डेरा समर्थक अलग-अलग स्थानों पर पेड़ों के झुरमुट और फलाइओवरों के नीचे हजारों की संख्या में औरतें, बच्चे, दरिया-चादरे बिछाकर आराम करती दिखे, ताकि बरसात से बचाव हो सकें। जिला प्रशासन ने पंचकूला सचिवालय और जिला अदालत जिसमें सीबीआई कोर्ट शामिल है, के नजदीक एक किलोमीटर के दायरे मे 37 से ज्यादा बैरीकेट लगाकर नाके लगाए हुए है और 37 ही डयूटी मजिस्ट्रेट 24सौ घंटे तैनात है। डेरा समर्थकों ने पंचकूला के हाईवे के नजदीक मैदान, अंदर ब्रिज, पैट्रोल पंप और सरकारी कार्यालयों के नजदीक फुटपाथ पर रात गुजारने के लिए डेरे जमाए है। यहां तक कि सेक्टर 3 स्थित गोलक क्लब के अंदर और बाहर पार्किग स्थल पर भी यह लेाग डटे हुए है।
जानकारी अनुसार सीबीआई की अदालत में सुनाए जाने वाले फैसले को यकायक उत्पन्न हुई स्थिति के मध्यनजर बीती रात उस वक्त हरियाणा पुलिस के हाथ-पैर फूल गए जब पंचकूला की तरफ आने वाले प्रमुख रास्तों पर की गई सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद बड़ी संख्या में डेरा समर्थक इकटठे हो गए। करीब रात 11 बजे के बाद शुरू हुआ यह सिलसिला सुबह 4 बजे तक इस तरह जारी रहा कि तमाम रास्तों पर राम रहीम के चेलों के सिरमुंड ही दिखाई दे रहे थे।
यही बस नहीं बल्कि जीरकपुर से पंचकूला की तरफ जाने वाले तमाम ट्रकों, टैम्पुओं और अन्य वाहनों को वापिस मोड़ दिया गया। देर रात यह समर्थक इस इलाके के डेरा प्रेमियों की मदद से चोर रास्तों का उपयोग करते हुए पंचकूला पहुंचने में सफल हो गए। इसी के चलते जिला पंचकूला के प्राइवेट स्कूलों की एसोसिशन द्वारा समूहिक रूप से फैसला लेते हुए 24-25 को स्कूल बंद रखने का फैसला किया गया है जबकि जिला मोहाली की एसो. द्वारा दो दिन के लिए सभी स्कूल बंद करने की तैयारी कर ली है।
-सुनीलराय कामरेड