देश में कोरोना टीकाकरण के साथ अब राज्य सरकारें स्कूल दोबारा खुलने की तैयारी में हैं। पंजाब, हरियाणा, गुजरात सहित 10 राज्यों में 1 फरवरी यानी आज से विभिन्न कक्षाओं को संचालित करने का निर्णय लिया गया था। ज्यादातर राज्य 10वीं और 12वीं के लिए स्कूल खोल रहे हैं ताकि आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्रों की तैयारी पूरी हो सके।
कोरोना संक्रमण संबंधी सावधानियों के साथ ही क्लासेज लगेंगी और शिक्षकों और बच्चों को नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। छात्र-छात्राएं केवल अभिभावकों की स्वीकृति पत्र के साथ ही स्कूल में प्रवेश पा सकेंगे। बता दें कि राज्य सरकारों की ओर से जहां स्कूल खोलने का दिशानिर्देश जारी किए गए हैं, वहीं स्कूल प्रशासन को भी पूरी सावधानी व सतर्कता से बच्चों को स्कूल आने के लिए निर्देशित किया गया है।
गुजरात में कक्षा 9 और 11 की ऑफ़लाइन कक्षाएं 1 फरवरी यानि आज से शुरू कर दी गई है। इससे पहले, राज्य ने 11 जनवरी को कक्षा 10 और 12 के लिए स्कूलों को फिर से खोला था। राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को कोरोना गाइडलाइंस का 100 फीसद पालन कराने को कहा है।
महाराष्ट्र के पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने भी 5वीं से 8वीं तक के स्कूल 1 फरवरी से खोलने की इजाजत दे दी थी। वहीं स्कूल जाते एक छात्र ने कहा कि, ”हम ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेते थे लेकिन यह उबाऊ था। मैंने स्कूल और अपने दोस्तों को याद किया। स्कूल जाना अच्छा लग रहा है।”
राज्य सरकार की इजाजत के बाद सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूल 1 फरवरी से कक्षा 1 और 2 और प्री-प्राइमरी क्लासेज़ के लिए फिर से खुलने के लिए तैयार हैं। पंजाब, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मेघालय, जम्मू -कश्मीर ,कर्नाटक और कई अन्य राज्यों में कक्षा 9 से 12 के छात्रों लिए स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है।
ऐसे स्कूल, जो राज्य में पहाड़ी क्षेत्र में हैं और वहां सर्दियों की छुट्टियां है, इन स्कूलों में क्लास 15 फरवरी से शुरू होंगी। हर स्कूल ने विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से माइक्रो प्लान तैयार किए हैं। स्कूलों में आने के लिए विद्यार्थियों पर कोई दबाव नहीं होगा। हाजिरी की अनिवार्यता नहीं रहेगी। पहले की तरह स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।