महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली समेत कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्दनेजर विद्यालयों को बंद करने की घोषणाएं हुई हैं या कक्षाओं को आगे स्थिति की समीक्षा तक बंद कर दिया गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के रिकॉर्ड एक लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,25,89,067 हो गई। दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने अनिश्चित काल के लिए विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की है जबकि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पंजाब समेत कई अन्य राज्यों ने कुछ अवधि के लिए कक्षाओं को निलंबित किया है।
विद्यालयों को स्थिति के मद्देनजर ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ कैबिनेट सचिव की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पेश किए गए दस्तावेजों में बताया गया कि 31 मार्च तक पिछले दो सप्ताह में सर्वाधिक दैनिक मामलों और संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या के लिहाज से महाराष्ट्र और पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।
दिल्ली सरकार ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि अगले आदेश तक नए शैक्षणिक सत्र में किसी भी विद्यार्थी को विद्यालय नहीं बुलाया जाएगा। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के 4,033 नए मामले सामने आए हैं, जो कि इस साल का सबसे ज्यादा आंकड़ा है।
यहां संक्रमण दर बढ़कर 4.64 प्रतिशत हो गया। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने पांच अप्रैल से अगले दो सप्ताह के लिए नौवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए विद्यालय बंद करने की घोषणा की। उत्तर प्रदेश सरकार ने आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए 11 अप्रैल तक विद्यालय बंद करने की घोषणा की। इससे पहले राज्य सरकार ने 31 मार्च तक सभी विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की थी।
महाराष्ट्र में सिर्फ 10वीं और 12वीं कक्षा तथा महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को नियमित शैक्षणिक गतिविधियों की अनुमति दी गई है। महाराष्ट्र में कोविड-19 के 57,074 नए मामले सामने आए हैं। पंजाब सरकार ने 10 अप्रैल तक विद्यालयों को बंद रखने की घोषणा की है।
इससे पहले सरकार ने विद्यालयों और कॉलेज को 31 मार्च तक बंद रखने के निर्देश दिए थे। गुजरात में पहली से नौवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए अनिश्चित काल तक विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। राजस्थान सरकार ने भी इन कक्षा के विद्यार्थियों के लिए पांच अप्रैल से 19 अप्रैल तक कक्षाएं निलंबित कर दी है।
बिहार सरकार ने भी पांच अप्रैल से 11 अप्रैल तक के लिए विद्यालयों को दोबारा खोला जाना टाल दिया है। कर्नाटक सरकार ने प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में आवासीय छात्रावासों को बंद करने तथा 10,11,12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए वैकल्पिक उपस्थिति की व्यवस्था दी है।
मध्य प्रदेश में 15 अप्रैल तक आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के विद्यालय बंद करने का निर्णय लिया गया है जबकि तमिलनाडु में विद्यालय नौवीं, 10वीं और 11वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए दो मार्च से ही अगले आदेश तक बंद हैं। छत्तीसगढ़ में 22 मार्च को सरकार ने सभी विद्यालयों और कॉलेजों को बंद करने के आदेश दिए थे। केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में भी सभी विद्यालयों को 22 मार्च से ही बंद करने के आदेश दिए गए थे।