महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि जिस दिन से यह सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन बना है, उसी दिन से इसमें शामिल तीनों दलों में मतभेद रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल सत्ता की भूख के आधार पर यह अघाड़ी गठबंधन बना है।
महा विकास अघाड़ी गठबंधन को करारा झटका
शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) एवं कांग्रेस महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन एमवीए का हिस्सा हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी गठबंधन को करारा झटका लगने के एक दिन बाद शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे कुछ अन्य विधायकों के साथ एकांतवास में चले गए हैं और उन्होंने संभवत: सूरत के एक होटल में डेरा डाल लिया है।
गठबंधन के नेताओं में मतभेद हैं – सिंधिया
ग्वालियर में भाजपा नगरीय निकाय चुनाव के संभागीय मीडिया सेंटर का उद्घाटन करने आये सिंधिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘शुरूआत से अघाड़ी का जो यह गठबंधन बना है, वह अपने आप में ही विचलित हो चुका है। महाराष्ट्र में जिस दिन से अघाड़ी सरकार बनी है, उसी दिन से ही (इसमें शामिल गठबंधन के) नेताओं में मतभेद हैं।’’
यह दरार आज की दरार नहीं है – सिंधिया
उन्होंने कहा, ‘‘इस सरकार में न तो कोई विचारधारा है, न सोच है, न आगे की कार्यशैली और न ही सिंद्धात। ये केवल सत्ता और कुर्सी पकड़ने की चिंता और भूख के आधार पर यह आघाडी बनी है।’’ महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए सिंधिया ने कहा, ‘‘यह दरार आज की दरार नहीं है। जिस दिन से यह अघाडी बनी है उस दिन से यह दरार पड़ गयी। ’’
एमवीए गठबंधन पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के बाद जो दृश्य सामने आया है, उससे पता चलता है कि इनमें खलबली मची है और के तीनों दल स्थिर नहीं है।