Sikkim: उत्तरी सिक्किम के मंगन जिले में लगातार बारिश से बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन के कारण 15 विदेशी सहित 1,200 से अधिक पर्यटक फंस गए हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
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सिक्किम(Sikkim) के पर्यटन एवं नागर विमानन विभाग के प्रधान सचिव सी एस राव ने एक बयान में कहा कि मुख्य सचिव के कार्यालय ने मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के जरिये निकालने के लिए केंद्र के साथ वार्ता शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए मिंटोकगांग में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। भूस्खलन से पर्वतीय राज्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है और कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क, बिजली और खाद्य आपूर्ति तथा मोबाइल नेटवर्क अवरुद्ध हुआ है।
सिक्किम(Sikkim) में बारिश-भूस्खलन की जयजा के बाद सी एस राव ने एक बयान में कहा, ''प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क अवरुद्ध हो जाने से लगभग 1,200 घरेलू और 15 विदेशी पर्यटक मंगन जिले के लाचुंग में फंसे हुए हैं।'' उन्होंने कहा कि फंसे हुए पर्यटक सुरक्षित हैं और स्थानीय अधिकारियों ने उनसे अपने-अपने स्थानों पर ही रहने तथा जोखिम मोल लेने से बचने को कहा है। अधिकारी ने कहा कि सभी फंसे हुए पर्यटकों के लिए राशन का पर्याप्त भंडार है।
सी एस राव ने कहा, ''यदि आवश्यक हुआ तो पर्यटकों को सड़क मार्ग से निकाला जाएगा और विभाग वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए स्थानीय पर्यटन हितधारकों के साथ-साथ मंगन में जिला प्रशासन, पुलिस और पर्यटन अधिकारियों के साथ समन्वय कर काम कर रहा है।'' उन्होंने पर्यटकों को इस प्राकृतिक आपदा में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। राव ने कहा कि केवल लाचुंग ही राज्य के बाकी हिस्सों से कटा हुआ है और सिक्किम के अन्य सभी हिस्से खुले और यात्रा के लिए सुरक्षित हैं।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, फिदांग में पुल निर्मित करने के लिए प्रयास जारी है ताकि वहां सड़क संपर्क बहाल किया जा सके।
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