उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने सभी को कंपा दिया है। इस हाथ पैर जमा देने वाली सर्दी ने मुश्किल हालत पैदा कर दिए है। पारा 10 डिग्री तक गिरने के कारण लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। ठंड के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो रहा है। नोएडा में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। पहाड़ों के साथ मैदान में भी पारा लुढ़क रहा है। गुरुवार सुबह तक सड़कों पर यातायात तो प्रभावित रहा ही, साथ ही रेलगाड़ियों की रफ्तार भी धीमी पड़ गई। शुक्रवार को इस सीजन का सबसे ठंड दिन रहा। दिल्ली का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है। मौसम विभाग ने शनिवार सुबह भी घना कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया है। और कल अधिकतम और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। कोहरे के कारण ट्रेनों और विमानों को काफी जूझना पड़ रहा है।
दिल्ली से आने जाने वाली 62 ट्रेनें देरी से चल रही हैं, 20 का समय बदला गया है और 18 ट्रेन अब तक रद्द हो चुकी हैं। हवाई उड़ानों का भी यही हाल है। दिल्ली एयरपोर्ट के आस-पास विजिबिलिटी में गिरावट के कारण कई उड़ानों देरी से भरी गई है। शुक्रवार सुबह 5.30 बजे यहां घना कोहरा छाए रहने के कारण विजिबिलिटी का स्तर घटकर 50 मीटर से भी कम हो गया। वही उत्तर प्रदेश में ठंड से प्रभावित मरीजों की भी संख्या बढ़ी है। सर्दी लगने से सूबे में 31 और कोहरे से हुए सड़क हादसों में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल भी हुए।
कोहरे की वजह से राजधानी व शताब्दी एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्री भी बेहाल हैं। भुवनेश्वर राजधानी गुरुवार को लगभग दस घंटे, कोलकाता राजधानी आठ घंटे, पटना राजधानी सात घंटे, लखनऊ शताब्दी आठ घंटे व सियालदह दूरंतो साढ़े सात घंटे की देरी से रवाना हुईं। जम्मू में सुबह व शाम को पड़ रहे घने कोहरे ने जनजीवन पर बुरा असर डाला है। जम्मू में बीती रात को न्यूनतम पारा 2.7 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा, जो इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान भी है।
पर्यटक स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 6.0 डिग्री सेल्सियस के साथ कश्मीर और कारगिल माइनस 20.0 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा। हिमाचल में सक्रिय हुई पश्चिमी हवाओं से आने वाले दिनों में ठंड बढ़ेगी लेकिन अभी बारिश और बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है। राज्य में पश्चिमी हवाओं का असर दिखना शुरू हो गया है। समूचा राज्य शीतलहर की चपेट में है। राज्य के मैदानी क्षेत्र शिमला से भी ठंडे हो गए हैं।
सोलन, ऊना, और सुंदरनगर का न्यूनतम तापमान शिमला से एक से तीन डिग्री सेल्सियस कम चल रहा है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। वहीं मैदानी क्षेत्रों में कोहरा परेशान करेगा। इसके अलावा ठंडी और तेज हवाएं सर्दी को चरम पर पहुंचा सकती हैं। अगले 24 घंटों में चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ की ऊंची पहाड़ियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। गुरुवार को वातावरण में कंपाने वाली ठंड का असर अधिक रहा।
पर्वतीय क्षेत्रों में आसमान में बादलों की हल्की आमद रही। ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की ठंड की चपेट में रहे। हरियाणा में जनवरी महीना शुरू होते ही हाड़ कंपा देने वाली ठंड का प्रकोप भी शुरू हो गया है। पहाड़ों में बर्फबारी और शीतलहर के कारण गुरुवार को रेवाड़ी का न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री से भी नीचे माइनस .5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं हिसार का तापमान भी तीन डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में गिरावट के कारण खेतों में पाला जमने लगा है। उधर, धुंध के कारण विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई, जिस कारण सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। पंजाब में भी शीतलहर जारी है।