देश में जैसे-जैसे सोशल मीडिया तेजी से अपनी एक नई पकड़ बना रहा है। ठीक उसी तरह इस नये प्लेटफार्म पर फर्जी वाली खबरों का भी चलन तेजी से बढ़ रहा है। इस बात को सही ठहराते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर नेे पुष्टि कि और सोशल मीडिय पर फेक न्यूज वाली बात को पूर्ण रूप से सही ठहराया है। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने एशिया-पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (एबीयू) महासभा 2022 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
फेक न्यूज को लेकर बोले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री ने कहा, जिस गति से सूचना प्रसारित की जाती है वह महत्वपूर्ण है, सटीकता और भी महत्वपूर्ण है। फेक न्यूज को लेकर ठाकुर ने कहा कि असत्यापित दावों का मुकाबला करने और लोगों के सामने सच्चाई पेश करने के लिए केंद्र ने पत्र सूचना कार्यालय में फैक्ट चेक यूनिट की स्थापना की है। मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जिम्मेदार मीडिया संगठनों के लिए जनता का विश्वास बनाए रखना सर्वोच्च मार्गदर्शक सिद्धांत होना चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक प्रसारकों, दूरदर्शन और आकाशवाणी को हमेशा सच्चाई के साथ खड़े रहने और अपनी सच्ची रिपोटिर्ंग के लिए लोगों का विश्वास जीतने का श्रेय दिया।
अनुराग ठाकुर ने FACT चैक की स्थापना की
मीडिया राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजनाओं के मूल में भी है, उन्होंने रेखांकित किया कि संकट के समय मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। ठाकुर ने कोविड-19 महामारी के दौरान घर में फंसे लोगों की मदद के लिए आगे आने का श्रेय मीडिया को देते हुए कहा, यह मीडिया ही था, जिसने लोगों को बाहरी दुनिया से जोड़ा। मंत्री ने कहा कि भारतीय मीडिया ने आम तौर पर यह सुनिश्चित किया कि कोविड-19 जागरूकता संदेश, महत्वपूर्ण सरकारी दिशानिर्देश और डॉक्टरों के साथ मुफ्त ऑनलाइन परामर्श देश के कोने-कोने में पहुंचे। ठाकुर ने दावा किया कि महामारी के दौरान प्रसार भारती ने सौ से अधिक सदस्यों को खो दिया और फिर भी यह अपने सार्वजनिक कर्तव्यों को जारी रखने से नहीं रुका। केंद्रीय मंत्री ने मीडिया को शासन में भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया। ठाकुर ने कहा, मीडिया को सरकार और लोगों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करना चाहिए और राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर निरंतर प्रतिक्रिया प्रदान करनी चाहिए।