दिल्ली हिंसा को लेकर बुधवार को हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए राजधानी के मौजूदा हालातों को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है। सोनिया गांधी ने कहा, बीते रविवार से लगातार हो रही दर्दनाक दुर्घटनाओं के पीछे एक सुनियोजित साजिश है।
देश ने दिल्ली चुनाव के दौरान भी यह देखा था। कई बीजेपी नेताओं ने भयावह और नफरत का माहौल बनाते हुए भड़काऊ टिप्पणियां की थी। पिछले 72 घंटे में दिल्ली पुलिस को क्या लकवा मार गया है। अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें एक हेड कांस्टेबल भी शामिल है, और सैकड़ों लोग अस्पताल में हैं, जिनमें से कई बंदूक की चोट से घायल हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली की सड़कों पर हिंसा जारी है।
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उन्होंने सवाल उठाया कि दिल्ली में पुलिस के असफल होने पर पैरामिलिटरी फोर्स क्यों नहीं बुलाई गई? दिल्ली के मुख्यमंत्री क्या कर रहे थे? बीजेपी नेता पर कोई कार्रवाई नहीं हुई? दंगे वाले इलाके में कितनी पुलिस फोर्स लगाई गई? रविवार से गृह मंत्री क्या कर रहे थे और कहां थे? दिल्ली की मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र और केंद्रीय गृह मंत्री जिम्मेदार हैं। केंद्रीय गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।
दिल्ली हिंसा को लेकर स्थगित हुआ कांग्रेस का शांति मार्च
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, कांग्रेस को एक मार्च आयोजित करना था और आज राष्ट्रपति को एक ज्ञापन देना था लेकिन उन्होंने संचार किया कि वह अनुपलब्ध है और कल हमें समय दिया गया है। उनके उच्च पद के सम्मान को देखते हुए, हमने कल के लिए मार्च स्थगित कर दिया है।