सोनिया गांधी ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र, कहा विपक्ष को नहीं पता एजेंडा
G-20 शिखर सम्मलेन के बाद संसद में 18 से 22 सितम्बर के बीच केंद्र सरकार द्वारा विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। आपको बता दें की पहला विशेष सत्र आजादी के 50 साल पूरे होने पर बुलाया गया था।
G-20 शिखर सम्मलेन के बाद संसद में 18 से 22 सितम्बर के बीच केंद्र सरकार द्वारा विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। आपको बता दें की पहला विशेष सत्र आजादी के 50 साल पूरे होने पर बुलाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जब-जब विशेष सत्र बुलाया गया है तब-तब संसद एक बड़ा फैसला हुआ है। इस बार मोदी सरकार द्वारा बुलाई गई विशेष सत्र के दौरान कई बड़े मुद्दे पर घोषणा की जा सकती है। लेकिन इस बीच विपक्ष इस विशेष सत्र के लिए ज़ोरो-शोरों से हंगामें पर उतर आया है। जहां इस बीच कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने सीधे प्रधानमन्त्री से ही सवाल कर डाला।
क्या लिखा था पत्र में ?
संसद में विशेष सत्र बुलाने के कारण विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहा है। साथ ही कई सवालों के पल भी बाँध रहा है, जहां इस वक़्त विपक्षी गठबंधन इंडिया सरकार से ये सवाल कर रहा है की आखिरकार इस विशेष सत्र के दौरान सरकार का एजेंडा क्या रहेगा ? इतना ही नहीं बल्कि सदन में होने वाले विशेष सत्र को लेकर सोनिया गांधी ने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को पात्र लिखा जिसमे उन्होंने कहा है की ऐसा पहली बार हुआ जब विशेष सत्र का विषय ही विपक्ष को न पता हो।
इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
सोनिया गाँधी ने कहा की विपक्ष को इस विशेष सत्र रखने के पीछे का एजेंडा भी नहीं बताया गया है। उम्मीद की जा रही है की सरकार इस बैठक के दौरान महिला आरक्षण बिल, मणिपुर हिंसा, UCC, एक देश एक कानून पर चर्चा कर सकती है।