कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और पार्टी संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने आज एक गहरे आत्मविश्लेषी भाषण में अपने बच्चों, अपनी कमियों और भारत में लोकतंत्र की भूमिका सेमत कई विषयों पर बात की। बता दें कि पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद यह पहला मौका है जब उन्होंने इस तरह से खुलकर बात की।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा है कि ‘अच्छे दिन’ का हाल भी ‘इंडिया शाइनिंग’ जैसा होगा और 2019 में हम वापसी करेंगे। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष ने आज यहां एक टेलीविजन कार्यक्रम में कहा कि 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस का मुख्य मुद्दा मोदी सरकार के दावे होंगे और श्री नरेंद्र मोदी के ‘अच्छे दिन का हाल’ भी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के ‘ इंडिया शाइनिंग’ जैसा ही होगा।
विपक्षी दलों को एक जुट करने के प्रयास में जुटी कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन में मोदी सरकार पर जमकर हमले किए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल के दौरान काम करने के लंबे चौडे बखान किए जा रहे। उन्होंने सवाल किया कि श्री मोदी के सत्ता संभालने से पहले ‘ 26 मई 2014 से पहले क्या भारत पूरी तरह एक ब्लैक होल था। क्या भारत विकास और महानता की ओर केवल पिछले चार साल में ही बढा है-इस तरह की बातें क्या हमारे लोगों की बुद्धिमत्ता का अपमान नहीं है।’
श्रीमती गांधी ने कहा कि लोकतंत्र में बहस की पूरी खुली छूट होनी चाहिए। वर्तमान में काफी लोग पीछे छूट रहे हैं और इतिहास को दोबारा लिखने के प्रयास किए जा रहे हैं। देश की मौजूदा राजनीति के एक अलग दौर से गुजरने की बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा संविधान के सिद्धांतों पर कुठाराघात किया जा रहा है। सत्ता में बैठे लोग ही भडकाऊ बयान दे रहे हैं जिससे अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरा बढता जा रहा है।
वर्ष 2004 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बादअपने नेतृत्व की भूमिका पर उन्होंने कहा कि वह जानती थीं कि मनमोहन सिंह उनसे अच्छे प्रधानमंत्री साबित होंगे और साथ ही वह अपनी सीमाओं के बारे में जानती थीं। सोनिया ने कहा, ”मुझे स्वाभाविक तौर पर भाषण देना नहीं आता इसलिए मुझे नेता (लीडर) के बजाए भाषण पढ़ने वाला (रीडर) कहा जाता था।”
कॉन्क्लेव के प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान पार्टी के मामलों पर राहुल को सलाह देने के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, “ मैं खुद ऐसा नहीं करने की कोशिश करती हूं। राहुल पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए वरिष्ठ और युवानेताओं के बीच संतुलन बनाना चाहते हैं, और यह कोई आसान काम नहीं है।”
पूर्वोत्तर राज्यों में मतों की गिनती के दौरान राहुल के देश में मौजूद नहीं रहने की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार करने के बाद वह तीन दिन के लिए इटली में अपनी नानी को देखने गए थे।
अपनी बेटी प्रियंका गांधी के राजनीति में आने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “ प्रिंयका फिलहाल अपने बच्चों की देख- रेख में व्यस्त हैं। यह उनका फैसला है और भविष्य के बारे में कोई नहीं जानता।” आपको बता दें कि 71 वर्षीय सोनिया गांधी 19 वर्षों तक कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं। पिछले साल पार्टी के आंतरिक चुनाव के बाद उनके बेटे राहुल गांधी ने उनकी जगह ली।
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