केंद्र ने बताया कि जनवरी में भारत में चार लोगों के सार्स-सीओवी-दो वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से संक्रमित होने का पता लगा जबकि फरवरी के पहले सप्ताह में वायरस के ब्राजीलीयाई स्वरूप से एक व्यक्ति के संक्रमित होने की जानकारी मिली।
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि भारत में बाहर से लौटे चार लोगों के वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी। संक्रमितों में से दो लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे जबकि एक एक व्यक्ति अंगोला और तंजानिया से लौटा था।
सभी यात्रियों और उनके संपर्क में आए लोगों की जांच कर उन्हें पृथकवास में रखा गया है। उन्होंने कहा कि ‘आईसीएमआर-एनआईवी’ इन चार संक्रमित लोगों के नमूनों से दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप को अलग करने और अन्य जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहा है।
फरवरी के पहले सप्ताह में ब्राजील से लौटे एक व्यक्ति के वायरस के ब्राजीलीयाई स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। बता दें, भारत में फरवरी माह में चौथी बार कोविड-19 के नए मामलों की संख्या 10 हजार से कम 9,121 रहने के साथ ही, देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,09,25,710 हो गए। वहीं, इस महीने में 10वीं बार संक्रमण से एक दिन में 100 से कम लोगों की मौत हुई।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार की सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से 81 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,55,813 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,06,33,025 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही, देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 97.32 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.43 प्रतिशत है।