युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को लोकसभा को बताया कि भारतीय कुश्ती परिसंघ (डब्ल्यूएफआई) के कामकाज में यौन उत्पीड़न, मनमानी और कुप्रबंधन संबंधी कुछ पहलवानों की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच करने के लिए ओलंपिक पदक विजेता एम सी मैरीकॉम की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है।
कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया
लोकसभा में कुंवर दानिश अली के प्रश्न के लिखित उत्तर में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी।ठाकुर ने बताया कि जहां तक कुश्ती में यौन उत्पीड़न के मामले का संबंध है, हाल ही में कुछ पहलवानों ने भारतीय कुश्ती परिसंघ (डब्ल्यूएफआई) के कामकाज में यौन उत्पीड़न, मनमानी और कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए धरना/प्रदर्शन किया था।उन्होंने कहा कि चूंकि यह मामला एथलीटों की भलाई से संबंधित था, इसलिए मंत्रालय ने तत्काल आरोपों का संज्ञान लिया और अंतरिम उपाय के रूप में डब्ल्यूएफआई की कार्यकारी समिति को परिसंघ के दिन प्रतिदिन के कार्यो के संचालन और प्रबंधन से दूर रहने का निर्देश दिया।
मैरीकॉम की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके अतरिक्त सरकार ने प्रमुख खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए यौन कदाचार, उत्पीड़न/धमकाने, वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक चूकों के आरोपों की जांच करने एवं दैनिक प्रशासन को चलाने के लिए अंतरित उपाय के रूप में ओलंपिक पदक एवं मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार विजेता एम सी मैरीकॉम की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की है।उन्होंने कहा कि खेलों में यौन उत्पीड़न के मामले में राष्ट्रीय खेल परिसंघों को जानकारी देने के लिए युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय द्वारा समय समय पर कनून के अनुसार आवश्यक उपाय करने के लिए अनुदेश जारी किए गए हैं।
सभी दलों में जिसमें महिला एथलीट शामिल
ठाकुर ने कहा कि युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के तहत स्वायत्त संगठन भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) राष्ट्रीय स्तर के एथलीटों को प्रशिक्षुओं के रूप में या इसके केंद्रों में आयोजित राष्ट्रीय कोचिंग शिविरों में प्रशिक्षण देता है। साई ने यौन उत्पीड़न के मामलों से निपटने के लिए विभिनन कदम उठाए हैं।खेल मंत्री ने बताया कि प्रत्येक साई क्षेत्रीय केंद्र में एक वरिष्ठ महिला अधिकारी की अध्यक्षता में आंतरिक शिकायत समिति गठित की गई है। इस समिति के सदस्यों में स्थानीय गैर सरकारी संगठन की एक महिला अधिकारी और साई की महिला अधिकारियों को शामिल किया गया है।उन्होंने कहा कि घरेलू/अंतरराष्ट्रीय शिविरों तथा प्रतियेगिता के दौरान उन सभी दलों में जिसमें महिला एथलीट शामिल हैं, उनमें महिला कोच को अनिवार्य रूप से हिस्सा बनाया जाता है।