श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दलों द्वारा राजनीतिक संकट के बीच सर्वदलीय सरकार गठित किये जाने पर आम सहमति बनाने के लिए रविवार को एक विशेष बैठक आयोजित करने की उम्मीद है। श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को प्रदर्शनकारियों के मध्य कोलंबो के कड़ी सुरक्षा वाले फोर्ट इलाके में राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास में घुसने के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और राजपक्षे ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
सभी दलों के नेता बैठक मे होगे शामिल
श्रीलंका की समाचार वेबसाइट की खबर के अनुसार मुख्य विपक्ष समागी जन बालवेगया (एसजेबी) और उसके घटक दलों की बैठक में विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा, श्रीलंका मुस्लिम कांग्रेस के नेता रऊफ हकीम, तमिल प्राग्रेसिव एलायंस के नेता मनो गणेशन और ऑल सीलोन मक्कल कांग्रेस के नेता ऋषद बठिउद्दीन शामिल होंगे। उभरती राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए रविवार को नेशनल फ्रीडम फ्रंट सहित नौ दलों के नेताओं की एक और बैठक की योजना बनाई गई है।
सर्वदलीय सरकार बनाने के लिए इस्तीफा देने के लिए तैयार विक्रम सिंघे
श्रीलंका की कम्युनिस्ट पार्टी के उपाध्यक्ष वीरासुमना वीरसिंघे ने कहा कि सर्वदलीय सरकार को लेकर लंबी चर्चा होगी। विक्रमसिंघे ने शनिवार को कहा था कि वह इस्तीफा देने के इच्छुक हैं ताकि देश में सर्वदलीय सरकार गठित करने के लिये रास्ता बन सके।
संसद में बहुमत साबित करने के लिए पद पर बने रहेंगे विक्रम सिंघे
प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा था कि सर्वदलीय सरकार बनने और संसद में बहुमत साबित होने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। उनके कार्यालय ने कहा कि विक्रमसिंघे तब तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे।
विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा था कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और आईएमएफ के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है।